खुफिया ब्यूरो ने आज चेतावनी दी कि अंतरराष्ट्रीय आधार वाली विद्वेषपूर्ण एजेंसियां सिख उग्रवादी संगठनों और लश्कर ए तय्यबा के बीच गठजोड़ कर पंजाब में सिख उग्रवाद को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही हैं.
खुफिया ब्यूरो के निदेशक राजीव माथुर ने राज्यों के पुलिस मुखियाओं के सम्मेलन में कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय बेस (आधार) का इस्तेमाल कर सिख उग्रवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयास एक अन्य चिन्ताजनक रूझान है.’ उन्होंने कहा कि विदेश स्थित विद्वेषपूर्ण एजेंसियों की ओर से सिख आतंकवादी तत्वों को फिर से सक्रिय करने के प्रयास स्पष्ट नजर आ रहे हैं.
वे बब्बर खालसा और खालिस्तान जिन्दाबाद फोर्स जैसे सिख आतंकवादी संगठनों और लश्कर के बीच गठजोड बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वे पंजाब में आतंकवादी हिंसा की साजिश के लिए अपने संसाधन जुटा रहे हैं.
इस महीने की शुरूआत में गृह राज्य मंत्री अजय माकन ने भी आगाह किया था कि सिख उग्रवादी संगठन आतंकवाद को पुर्नीिवित करने की कोशिश कर रहे हैं.
माकन ने कहा था कि पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने की कोशिश करने में संलग्न रहे संगठनों पर नजर रखी जा रही है.
बब्बर खालसा इंटरनेशनल, इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन, खालिस्तान कमांडो फोर्स और खालिस्तान जिन्दाबाद फोर्स को गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन कानून 2004 के तहत प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया है.