स्वर कोकिला लता मंगेशकर एक और विवाद में फंस गई हैं. ट्विटर पर उन्होंने आजादी आंदोलन से जुड़े हिंदुत्व के पैरोकार विनायक दामोदर सावरकर के साथ अपनी दशकों पुरानी तस्वीर साझा की. ट्विटर पर उन्होंने सावरकर को 'पिता समान' बता दिया, जिसके बाद सावरकर विरोधी भड़क गए.
लता ने लिखा, 'नमस्कार. आज स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी की पुण्यतिथि है. इसलिए मेरे घर के सब लोग अंडमान में वह जेल देखने गए थे, जहां सावरकर जी और उनके भाई बाबासाहब को रखा गया था. जेल का वह भयानक कमरा देखकर सारे लोग रोने लगे. मैं आज के दिन सावरकर साहब जैसे वीर पुरुष को श्रद्धांजलि अर्पण करती हूं और शत शत नमन करती हूं.'
लता के इस पोस्ट के बाद ट्विटर पर कुछ लोगों ने उनकी आलोचना शुरू की. उनको जवाब देते हुए एक ने लिखा, 'मोदी के गुणगान के बाद अब लता मंगेशकर ने सावरकर को श्रद्धांजलि अर्पित की है.' एक और शख्स ने लिखा, 'मैम क्या यह वही सावरकर हैं जिन पर गांधी की हत्या का आरोप लगा था.' दरअसल सावरकर हमेशा बीजेपी और आरएसएस को प्रिय रहे हैं और 'सेकुलर' पार्टियां उनका विरोध करती रही हैं. बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की तारीफ के बाद लता का यह दूसरा ऐसा कदम है जो कांग्रेस को नाराज कर सकता है.
सावरकर को ब्रिटिश राज में दो मामलों में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. जेल में उन्होंने हिंदू राष्ट्रवाद के पक्ष में किताब लिखी. वह कांग्रेस के कड़े आलोचक थे. खास तौर से भारत के बंटवारे को कांग्रेस ने जैसे स्वीकार किया, उससे वह काफी खफा थे. गांधी की हत्या का आरोप शुरुआत में उन पर भी लगा था, लेकिन आरोप साबित नहीं हो सका.
लता ने अंडमान जेल में सावरकर का कमरा देखने गए अपने परिवार की तस्वीर भी साझा की. इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, 'मेरी भाभी, मेरा भाई हृदयनाथ और शंकर राव.'
इससे पहले लता ने मशहूर संगीतकार एआर रहमान के साथ एक मुलाकात की तस्वीर भी शेयर की. उन्होंने लिखा है, 'आज बहुत दिनों बाद रहमान साहब से मिलना हुआ.' इस तस्वीर में लता सोफे पर बैठी हैं और एआर रहमान नीचे उनके पैरों के पास बैठे हैं.