जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति में मुख्य विपक्षी पीडीपी की भूमिका एक तरह से उजागर हुई जब पार्टी का एक प्रमुख नेता दक्षिण कश्मीर में प्रदर्शन तथा कथित तौर पर पथराव में शामिल होने के दौरान जख्मी हो गया.
सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि पीडीपी की युवा इकाई का जिला अध्यक्ष बिलाल अहमद नजर उस समय जख्मी हो गया जब पुलिस ने पथराव कर रही और सरकारी संपत्ति में आग लगा रही उग्र भीड़ पर गोलीबारी की.
जैसे ही नजर के घायल होने की खबर फैली, वरिष्ठ पीडीपी नेताओं ने उसे गोली से हुए जख्म को ढकने का प्रयास किया और उसे एक निजी नर्सिंग होम में भेज दिया.
नर्सिंग होम ने चिकित्सा सुविधाओं की कमी का हवाला देते हुए नजर को भर्ती करने से इनकार कर दिया.
बाद में उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां सर्जरी की गयी. पुलिस पीडीपी नेता के खिलाफ कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है.
पुलिस ने कहा कि नजर कथित तौर पर पथराव करने वाले उन लोगों में शामिल था, जिन्होंने आज सुबह समाजवादी पार्टी नेता फयाज अहमद भट के घर पर हमला किया था.
पीडीपी जहां अपने कार्यकर्ताओं के मामले में शामिल होने के आरोपों को खारिज कर रही है वहीं पुलिस का दावा है कि उनके पास आंदोलन में पार्टी कार्यकर्ताओं के शामिल होने से जुड़े दर्जन भर दस्तावेज हैं.
इससे पहले सत्तारूढ़ नेशनल कांफ्रेंस से अलग हुए अली मोहम्मद सोफी और उनके बेटे बशीर पर पुलिस ने उत्तर कश्मीर में तंगमार्ग में भीड़ को भड़काने का मामला दर्ज किया था.
भीड़ ने एक निजी स्कूल और सरकार इमारतों में आग लगा दी थी और सुरक्षा बलों ने हालात को काबू में करने के लिए गोलियां चलाई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गयी और अनेक जख्मी हो गये.