महाराष्ट्र सरकार कहती है कि हिंदी बोलनेवाले भी मुंबई में टैक्सी और ऑटो चला सकते हैं. लेकिन महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के लोग अब सड़कों पर निकलकर पोस्टर चिपका रहे हैं जिसमें कहा जा रहा है कि मराठी नहीं बोलोगे तो वापस अपने घर जाओ.
एमएनएस के कार्यकर्ता जगह-जगह मुंबई में पोस्टर्स चिपका कर टैक्सी चालकों तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं. एमएनएस कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर वो मराठी नहीं सीखते हैं तो उन्हें रिटर्न टिकट देकर वापस उनके घर भेज दिया जाएगा.
सवाल उठता है कि क्या महाराष्ट्र सरकार एमएनएस के इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी. क्या इन्हें कोई ये बताएगा कि यह संविधान से बड़े नहीं. आखिर कब तक इनकी दादागीरी चलती रहेगी और कब तक राज्य की कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार चुप बैठी रहेगी.