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वामपंथी पार्टियों ने की भोपाल एनकाउंटर की न्यायिक जांच की मांग

कांग्रेस के बाद अब वामपंथी पार्टियों ने इन आठों के जेल से भागने और उनके एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जिस ढंग से तमाम चीजें सामने आ रही हैं उससे इनके भागने और एनकाउंटर पर शक पैदा होता है. इसलिए इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए.

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लेफ्ट पार्टियों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
लेफ्ट पार्टियों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

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भोपाल जेल में ट्रायल पर चल रहे सिमी के 8 आतंकियों के भागने और उसके बाद उनके एनकाउंटर पर उठे सवालों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस के बाद अब वामपंथी पार्टियों ने इन आठों के जेल से भागने और उनके एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जिस ढंग से तमाम चीजें सामने आ रही हैं उससे इनके भागने और एनकाउंटर पर शक पैदा होता है. इसलिए इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए.

सीपीआईएम और सीपीआई ने कहा है कि अंडर ट्रायल आठो सिमी के लोगों का इस ढंग से जेल से भागने की बात और फिर उनका एनकाउंटर सवाल खड़े कर रहा है और जो वीडियो भी सामने आए हैं उससे भी लगता है कि इस पूरे मामले की जांच की जरूरत है.

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वामपंथी पार्टियों का कहना है कि अभी तो आठों के ऊपर ट्रायल चल रहा था कि यह सिमी से जुड़े हुए हैं या नहीं और अभी दोषी भी साबित नहीं हुए थे. ऐसे में इतनी हाई सिक्योरिटी जोन से जेल से उनका भागना फिर उनका एनकाउंटर होना इस पर मध्य प्रदेश सरकार को सफाई देनी चाहिए कि यह सब कैसे हुआ.

वामपंथी पार्टियों का यह भी कहना है कि हालांकि मध्यप्रदेश गवर्नमेंट ने एनआईए से इस पूरे मामले की जांच करवाने की बात कही है. मगर एनआईए की जांच पर हमको ना भरोसा है ना स्वीकार है. इसलिए इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए. उधर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी इस पूरे मामले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इनके जेल से भागने और एनकाउंटर की न्यायिक जांच होनी चाहिए.

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