लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां मेनिफेस्टो बनाने की तैयारी कर रही हैं और जल्द ही इसे जारी भी कर देंगी. चुनाव से ठीक पहले बजट में जहां मोदी सरकार ने किसानों को सालाना 6,000 रुपये देने की योजना चलाई तो वहीं कांग्रेस ने 'न्याय' योजना के जरिए सालाना 20% गरीबों को 72,000 रुपये देने की घोषणा की है.
वामपंथी दल सीपीआईएम भी गुरुवार को दिल्ली में अपना मेनिफेस्टो लॉन्च करेगी जिसमें यूनिवर्सल स्कीम की तस्वीर दिख सकती है. सीपीएम पोलित ब्यूरो के कुछ सूत्रों ने आजतक को बताया है कि लेफ्ट अपने मेनिफेस्टो में सबको स्वास्थ्य, सबको रोजगार जैसी यूनिवर्सल स्कीम ला सकती है.
यूनिवर्सल स्कीम के अलावा लेफ्ट के मेनिफेस्टो में किसानों के लिए बड़े ऐलान किए जा सकते हैं. हालांकि, इस ऐलान में कर्ज माफी होगी या नहीं इस पर तस्वीर साफ नहीं है, लेकिन स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक किसानों को बेहतर मूल्य मिले, इसे लेकर योजना को मेनिफेस्टो में जगह मिल सकती है. वामपंथी दल से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि सीपीआईएम कांग्रेस की 'न्याय' योजना से सहमत नहीं है और वह अपने मेनिफेस्टो में सबको रोजगार, सबको शिक्षा और सबको स्वास्थ्य जैसी योजनाएं लाने की योजना पर काम करेगी.
दिल्ली में सीपीआईएम गुरुवार को दोपहर 2:30 बजे अपना मेनिफेस्टो जारी करेगी. पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी खुद मेनिफेस्टो लॉन्च करेंगे. बता दें कि सीपीएम के घोषणापत्र में ग्रामीण आबादी के लिए ज्यादा घोषणाएं हो सकती हैं.