केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी नावीद जट्ट के फरार होने के मामले में जम्मू और कश्मीर सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. 6 फरवरी को श्रीनगर के SMHS अस्पताल में शूटआउट के बाद नावीद फरार हो गया था. इस हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. नावीद जट्ट को पेट के दर्द के इलाज के लिए पुलिस सुरक्षा में अस्पताल ले जाया गया था.
सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर सरकार को विस्तृत जांच के बाद दो हफ्ते में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है. इस बीच इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू और कश्मीर पुलिस की ओर से राज्य के 15 जेलों की विस्तृत सुरक्षा समीक्षा कराई जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की सलाह पर 25 आतंकवादियों को कश्मीर घाटी की जेलों से पहले ही देश की दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा चुका है.
नावीद जट्ट के फरार होने के मामले की जांच केंद्र की ओर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी जा चुकी है. केंद्र के मुताबिक NIA के अधिकारी घटना के साजिश पहलुओं पर गौर करने के साथ ये भी जांच करेंगे कि कहीं किसी ‘इनसाइडर’ की तो इस मामले में भूमिका तो नहीं रही. ये भी देखा जाएगा कि कि नावीद जट्ट की कहीं जेल अधिकारियों और डॉक्टरों से तो कोई साठगांठ नहीं थी जिसका वो कथित तौर पर फायदा उठाता रहता था.
गृह मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘ये जांच का विषय है कि नावीद को क्यों जेल से SMHS अस्पताल लाया गया था और क्यों उसका इलाज श्रीनगर की सेंट्रल जेल में ही नहीं किया गया था.’
इस बीच NIA पाकिस्तानी आतंकी नावीद जट्ट के फरारी मामले में गिरफ्तार 5 अभियुक्तों को दिल्ली ला चुकी है. इनके नाम हैं- शकील अहमद बट, टिक्का खान , सैयद तजामुल इस्लाम, मोहम्मद शफी वानी और जन मोहम्मद गनई. ये पांचों पुलवामा के रहने वाले हैं.
ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि फरार होने के बाद नावीद जट्ट दक्षिण कश्मीर गया था. नावीद की एके 47 राइफल के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखी गई हैं. इन तस्वीरों में नावीद के साथ हिजबुल मुजाहिदीन के दो कमांडर- रियाज नायकू और सदीम पड्डेर भी नजर आ रहे हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि नावीद दक्षिण कश्मीर में लश्कर की कमान संभाल सकता है. नावीद जट्ट को 2014 में दक्षिण कश्मीर से ही गिरफ्तार किया गया था.