मुंबई के कुछ वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को हैदराबाद में गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर को लेकर पत्र लिखा है. वकीलों ने अपने पत्र में एनकाउंटर में शामिल पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. पत्र में आरोप लगाया गया है कि एनकाउंटर के नाम पर चारों आरोपियों की पुलिस वालों ने हत्या कर दी.
वकीलों ने पत्र याचिका के जरिए मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. ये पत्र याचिका मुंबई के वकील जी सदवारते और जय श्री पाटिल ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को लिख है और हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
पत्र में आरोपियों की नृशंस हत्या का आरोप
यह पत्र याचिका सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, तेलंगाना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को लिखा गया है. पत्र याचिका में लिखा गया है कि एनकाउंटर के नाम पर आरिफ, शिवा, नवीन और चेन्नेकशवुलु की नृशंस हत्या की गई, पुलिस अधिकारी और उनके सहयोगियों ने आपराधिक षड्यंत्र रचा है.
पुलिस की कहानी काफी अजीब- सुशील मोदी
बता दें कि हैदराबाद में गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर में मारे गिराने पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. हैदराबाद मामले पर बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस तरह की मॉब लिंचिंग सही नहीं है, अगर अपराधियों को कोर्ट के जरिये सजा मिलती तो अच्छा होता. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो कहानी बताई है वो काफी अजीब है.
बता दें कि हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया गया. यह एनकाउंटर नेशनल हाइवे-44 के पास गुरुवार देर रात हुआ. पुलिस आरोपियों को एनएच-44 पर क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई थी. पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों ने मौके से भागने की कोशिश की, तभी पुलिस ने चारों आरोपियों को मार गिराया.