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राजनीति से प्रेरित है लिब्रहान रिपोर्ट: बीजेपी

संसद में बीजेपी ने लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट को गुमराह करने वाली रिपोर्ट करार दिया और कहा कि ये रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित है. लिब्रहान आयोग की पूरी रिपोर्ट पढ़ें । राय दें

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संसद में लिब्रहान रिपोर्ट पर तीखी बहस के दौरान आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला चलता रहा. कांग्रेस पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह रामनाम का गलत इस्‍तेमाल कर रही है. दूसरी ओर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट को गुमराह करने वाली रिपोर्ट करार दिया
और कहा कि ये रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित है.

बाबरी मस्जिद गिराए जाने की परिस्थितियों की जांच करने वाले लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट को भाजपा ने राजनीतिक दस्तावेज़ बताते हुए आज संसद में कहा कि यह किसी पार्टी की शह पर उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी आदि के चरित्र हनन का प्रयास है. आयोग की रपट पर लोकसभा में आज शुरू हुई विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को छदम उदारवादी बताए जाने पर कड़ी आपत्ति करते हुए कहा कि ऐसा करने वाले को रूग्ण मानसिकता वाला व्यक्ति ही कहा जाएगा.

उन्होंने कहा कि वाजपेयी से आयोग ने पूछताछ तक नहीं की और उन पर अनावश्यक टिप्पणियां करके गैर-कानूनी काम किया है. उन्होंने कहा कि पूरी रिपोर्ट राजनीति दस्तावेज़ और चरित्र हनन है. पहले से निष्कर्ष निकाल लिए गए और उसके लिए तथ्य और साक्ष्य तलाशे गए. पार्टी अध्यक्ष ने कहा जो आयोग 17 साल की जांच के दौरान एक बार भी अयोध्या नहीं गया हो वह विवादास्पद ढांचा गिराए जाने के बारे में फैसले कैसे सुना सकता है.

उन्होंने व्यंग्य में कहा कि संजय आप किस धृतराष्ट्र को यह सब सुनाना चाहते हैं. रपट में वाजपेयी, आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को छोटे व्यक्ति, बड़े अहम के लोग बताए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियां करना आयोग का काम नहीं है. यह रपट स्वस्थ और निष्पक्ष नीयत से नहीं बल्कि दोषारोपण की नीयत से तैयार की गई है.

वहीं कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता जगदंबिका पाल ने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रही है और वह मंदिर निर्माण के लिए गंभीर नहीं है. संसद में लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान विपक्षी दल बीजेपी, लेफ्ट और समाजवादी पार्टी भी इस मसले पर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.

पिछले महीने रिपोर्ट लीक होने पर भी संसद में ज़ोरदार हंगामा हुआ था. रिपोर्ट सरकार को सौंपे जाने से पहले ही लीक हो गई थी. गौरतलब है कि लिब्रहान कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में 68 लोगों को ढांचा ढहाए जाने का ज़िम्मेदार ठहराया है.

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