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लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. सिंह होंगे अगले सेना प्रमुख

सेना की पूर्वी कमान के कमांडर और वरिष्ठतम अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वी के सिंह को शु्क्रवार को थलसेना का अगला प्रमुख नियुक्त करने की घोषणा की गई. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कर ने कहा कि 59 वर्षीय सिंह वर्तमान सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर के सेवानिवृत्त होने के बाद 31 मार्च से अपना नया प्रभार संभालेंगे.

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सेना की पूर्वी कमान के कमांडर और वरिष्ठतम अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वी के सिंह को शु्क्रवार को थलसेना का अगला प्रमुख नियुक्त करने की घोषणा की गई. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कर ने कहा कि 59 वर्षीय सिंह वर्तमान सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर के सेवानिवृत्त होने के बाद 31 मार्च से अपना नया प्रभार संभालेंगे.

उनका कार्यकाल दो साल का होगा. रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सेना प्रमुख के पद के लिए गुरुवार को ही सिंह के नाम को मंजूरी दी थी जिसके बाद मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया. सिंह राजपूत रेजीमेंट की तीसरी पीढ़ी के अधिकारी हैं. हाल ही में सिंह का नाम तब खबरों में आया था जब उन्होंने जनरल रैंक के चार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी. इन अधिकारियों पर पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में सुखना भूमि घोटाले में आरोपपत्र दाखिल किया गया था.

रक्षा मंत्रालय ने भी चारों के खिलाफ कार्रवाई में समान रवैये की मांग की थी. वेलिंगटन स्थित डिफेन्स सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज से स्नातक करने के बाद सिंह ने अमेरिका स्थित फोर्ट बेनिंग से रेंजर्स कोर्स तथा कार्लिसल स्थित यूएस आर्मी वार कॉलेज से आगे की पढ़ाई की. जून 1970 में उन्हें राजपूत रेजीमेंट में शामिल किया गया. जब यह यूनिट नियंत्रण रेखा पर तैनात थी तब सिंह को यूनिट की कमान सौंपी गई.

नियंत्रण रेखा तथा अत्यंत उंचाई पर अभियानों के दौरान उग्रवादियों से निपटने के अनुभवी सिंह को श्रीलंका में लिट्टे के खिलाफ चलाए गए ‘‘ऑपरेशन पवन’’ के दौरान उत्कृष्ट सेवा के लिए ‘‘युद्ध सेना’’ पदक प्रदान किया गया था. जब सिंह उग्रवाद प्रतिरोधी बल की कमान संभाल रहे थे तब उन्हें अतिविशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) प्रदान किया गया. बांग्लादेश युद्ध के गवाह रहे सिंह ने ‘‘आपरेशन पराक्रम’’ के दौरान ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ ऑफ ए कोर की भूमिका निभाई. तब वह सेना मुख्यालय में सैन्य अभियान निदेशालय में पदस्थ थे. वे भूटान स्थित ‘‘इंडियन मिल्रिटी ट्रेनिंग टीम’’ (आईएमटीआरएटी) मुख्यालय में इन्स्ट्रक्टर भी रह चुके हैं.

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