देश में कालेधन पर अंकुश के लिए लागू की गई नोटबंदी के बाद नकद निकासी पर जल्द ही खत्म होने वाली है. रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने बुधवार को यह ऐलान किया है.
मौद्रिक समीक्षा नीति की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर ने बताया कि बचत खाते ने कैश निकालने की सीमा दो चरणों में धीरे-धीरे खत्म कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि 20 फरवरी से कैश निकासी की सीमा को हफ्ते में 24 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया जाएगा. वहीं 13 मार्च के बाच नकद निकासी पर लगी यह सीमा पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी.
इस घोषणा के साथ RBI ने बताया कि 27 जनवरी तक 9.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के करेंसी नोट सर्कुलेशन में डाले गए हैं. उन्होंने बताया कि नए नोटों की आपूर्ति बढ़ने के साथ बैंकों के पास जमा कैश का स्तर कम होता जाएगा और अगले वित्त वर्ष के शुरआती महीनों में बैंकों के पास बहुतायत में नकदी होगी.
बता दें कि नोटबंदी के बाद नए नोटों की किल्लत की वजह से बैंक खाते से हफ्ते भर में अधिकतम 24 हजार रुपये की सीमा तय कर रखी थी. कैश निकासी की इस सीमा से बाजार में कारोबार कम होने की शिकायत आ रही थी और इस वजह कई जानकार मंदी की ओर भी इशारा कर रहे थे. शायद इन्हीं आशंकाओं के मद्देनजर RBI ने जीडीपी विकास दर का अनुमान पिछले साल के 7.4 फीसदी से घटाकर इस साल 6.9% कर दिया.