राज्य सभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित सभी राज्यों में वोटों की गिनती खत्म हो गई है. यूपी में राज्य सभा की 10वीं सीट पर आखिरकार भाजपा ने जीत दर्ज कर ली है. भाजपा प्रत्याशी अनिल अग्रवाल ने भीमराव अंबेडकर को हरा दिया है. राज्यसभा चुनाव में 400 विधायकों ने मतदान किया है. सूबे की 403 सीटों में एक विधायक के निधन और दो विधायकों को जेल में बंद होने के चलते वोट डालने की अनुमति नहीं मिली थी, इसके चलते वो मतदान नहीं कर सके.
चुनाव के बाद बीएसपी नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि बीजेपी ने हारी सीट को ताकत के बल पर जीता. हमारे दो विधायकों को अगवा किया. आजतक मतगणना में इतनी धांधली नहीं हुई. वहीं जीत पर बोले योगी कि समाजवादी पार्टी का अवसरवादी चेहरा दिखा. अपनी जीत पर वित्त मंत्री अरूण जेटली ने भी यूपी के विधायकों का धन्यवाद कहा.
Gratitude to party colleagues, leaders, members of Uttar Pradesh legislature and people of Uttar Pradesh on being elected to represent the state in Rajya Sabha.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) March 23, 2018
पीएम नरेंद्र मोदी ने चुने गए नए सांसदों को बधाई दी.
Congratulations to all those elected to the Rajya Sabha from various states and best wishes for their Parliamentary career. I hope they effectively voice the aspirations of the states they will represent.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2018
आखिरी तक रोमांचक रहे मुकाबले में अनिल अग्रवाल को 33 जबकि भीमराव अंबेडकर को 32 वोट मिले. इस तरह बीजेपी ने नौवीं सीट पर भी जीत दर्ज की और अनिल अग्रवाल ने मारी बाजी.
इससे पहले बीजेपी के आठ विधायक और सपा प्रत्याशी जया बच्चन आसानी से जीत गई. जया को कुल 38 वोट मिले. काउंटिंग के दौरान चुनाव आयोग का फैसला, बीजेपी और बीएसपी विधायकों के 1-1 वोट रद्द कर दिए गए.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के एक विधायक ने भाजपा एजेंट पर वोट फाड़ने का लगाया आरोप. चुनाव आयोग ने पर्यवेक्षक से CCTV देख कर मामले का परीक्षण करने को कहा. यदि मत फाड़े गये तो फाड़ने वाले पर होगी FIR. आपको बता दें कि यूपी में राज्यसभा चुनाव के लिए पहला वोट सपा के शिवपाल यादव ने डाला.
रोकी गई थी काउंटिंग
काउंटिंग शुरू होने दौरान UP राज्यसभा चुनाव में बैलेट पेपर पर आपत्ति उठी . इस वजह से चुनाव आयोग ने काउंटिंग रोक दी. आरोप था कि नितिन अग्रवाल और अनिल सिंह ने अपने वोट ऑथराइज एजेंट को नहीं दिखाए. इसकी शिकायत बीएसपी ने चुनाव आयोग से की है और इसी वजह से काउंटिंग रोकी गई है. बीएसपी और सपा ने दोनों विधायकों के वोट को रद्द करने की मांग की थी. चुनाव आयोग के आदेश के बाद ही काउंटिंग शुरू हुई.
वहीं बता दें कि सूत्रों के अनुसार बीजेपी की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक कैलाश नाथ सोनकर ने भी क्रॉस वोटिंग की है.
राजा भैया पर बना रहा सस्पेंस
शुरू से ही हां और न के बीच राजा भैया का बयान आया कि मैं वोट डालने जाऊंगा. हालांकि वोट डालने के बाद भी उन्होंने किसको वोट दिया इस पर काफी सस्पेंस रहा. इसके पीछे राजा भैया का आचरण रहा. पहले राजा भैया ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी और जया बच्चन को वोट दूंगा, न तो बीएसपी को वोट दूँगा ना ही बीजेपी को वोट दूँगा. इसके बाद निर्दलीय विधायक राजा भैया और विनोद सरोज ने वोट डाले.हालांकि वोट डालने के बाद योगी से मिले रघुराज प्रताप सिंह और कहा कि शिष्टाचार के नाते हुई मुलाकात. वोट उसी को दिया, जिससे वादा किया था. वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर राजा भैया को समर्थन के लिए धन्यवाद कहा था.
खूब चला आंकड़ों का गणित
सूत्रों के मुताबिक वोटिंग के दौरान कई बार नई रणनीति बनी. बीच में बात चली कि राजा भैया अब वोट नहीं डालेंगे. दरअसल राजा भैया ने अपना वोट समाजवादी पार्टी के लिए रखा है और 37वें वोटर के तौर अपना वोट डालने वाले हैं. लेकिन अब एक उम्मीदवार को जीत के लिए 36 वोट ही चाहिए. ऐसे में राजा भैया का 37 में वोट का कुछ प्रतिशत बसपा को जा सकता है. इसीलिए माना जा रहा था कि राजा भैया वोट नहीं डालेंगे.
वहीं सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने राज्यसभा के लिए बड़ी रणनीति बनाई थी. वोटों के गणित के अनुसार बीजेपी दो विधायकों का वोट नहीं डलवाएगी. ऐसे में अब राज्यसभा सदस्य के चयन के लिए 36 वोटों की जरूरत होगी. मतलब यूपी में कुल 398 वोट ही पड़ेंगे.हालांकि 400 वोट पड़े.
दो विधायकों के वोट डालने पर लगी थी रोक
चुनाव शुरू होने से पहले ही हाईकोर्ट ने दूसरे मामले में भी मुख्तार अंसारी के वोट डालने पर रोक लगा दी थी. इससे पहले उन्हें शुक्रवार को हो रहे राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के लिए निचली कोर्ट से अनुमति मिली थी. साथ ही मुख्तार को कल शाम गाजीपुर की गैंगस्टर कोर्ट से भी वोट डालने की अनुमति मिल गई थी. लेकिन यूपी सरकार की अर्जी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा दी. जस्टिस राजुल भार्गव की एकलपीठ ने मुख्तार के वोट डालने पर रोक लगाई है. जेल में बंद कैदी को वोट देने का अधिकार नहीं होने के आधार पर रोक लगाई गई है.
इन्होंने भी नहीं दिया अपनी पार्टी का साथ
चुनाव के दौरान सपा विधायक नितिन अग्रवाल बोले कि समाजवादी पार्टी समाज का मनोरंजन करने वालों को वरीयता देती है, जबकि बीजेपी समाज का. मैं बीजेपी को वोट दूंगा. हमारे सभी कैंडिडेट जीत रहे हैं.वहीं बसपा MLA अनिल सिंह बोले- अंतरात्मा की आवाज पर वोट डालूंगा, महाराजजी (योगी आदित्यनाथ) को वोट दूंगा.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बीजेपी के 9 उम्मीदवारों के राज्यसभा चुनाव में जीतने का दावा किया है.चुनाव के समय केशव प्रसाद मौर्य बोले ने कहा था कि हमारे सभी उम्मीदवार जीतेंगे. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कहा था कि कोई अंतरात्मा की आवाज पर वोट करे तो उसका स्वागत.ऐसे में क्रॉस वोटिंग तय मानी जा रही थी.
पार्टी विधायकों से मिले CM योगी
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की सुबह पार्टी विधायकों से मुलाकात की, उनके साथ उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी साथ थे. बीजेपी नेता सिद्धार्थनाथ सिंह और श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यूपी राज्यसभा चुनाव में विपक्ष फंसा हुआ है. हमारे सभी 9 उम्मीदवार जीतेंगे और अव्वल नंबर पर रहेंगे.
Lucknow: Visuals from Uttar Pradesh Assembly; CM Yogi Adityanath meets party MLAs, Deputy CM Dinesh Sharma also present. #RajyaSabhaElections pic.twitter.com/DwSfe53Aqj
— ANI UP (@ANINewsUP) March 23, 2018
सूबे में राज्यसभा चुनाव को लेकर क्रॉस वोटिंग की अटकलों के बीच सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा था कि समाजवादी पार्टी का कोई विधायक नहीं टूटेगा. वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि बीजेपी के सभी 9 उम्मीदवार जीतेंगे. हालांकि सपा नेता राम गोपाल यादव ने भी कहा कि कोई क्रॉस वोटिंग नहीं होगी, लेकिन बीजेपी विधायक हमारे पक्ष में मतदान करेंगे.
हालांकि इस चुनाव में बीजेपी के कई सदस्यों के पहुंचने के बाद भी राज्यसभा में बीजेपी बहुमत से दूर ही रहेगी . वहीं कांग्रेस की शक्ति में गिरावट होने की पूरी संभावना है.
16 राज्यों की कुल 58 सीटों पर शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव हुए. 58 सीटों में से 25 सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग हो रही थी. बाकी 33 सीटों पर एक ही उम्मीदवार होने के कारण उनका निर्वाचन 15 मार्च को ही हो गया था.
शिवपाल का था दावा- दोनों सीटें जीतेंगे
चुनाव शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने दोनों सीटें जीतने का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि अगर क्रास वोटिंग होती है, तो बीजेपी की तरफ से भी क्रास वोटिंग हो सकती है. उन्होंने कहा कि हमारे सभी पार्टियों के विधायकों से संबंध हैं. यह जरूर है कि 2 विधायक हमसे मिलने आए थे, लेकिन मैं समाजवादी पार्टी के विधायकों के बारे में कह सकता हूं कि कोई नहीं टूटेगा.
चुनाव से पहले ही BSP को झटका, अनिल सिंह के साथ 2 और MLA बीजेपी के संपर्क में
चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर आई थी. बसपा विधायक अनिल सिंह ने गुरुवार को बीजेपी विधायकों से मुलाकात की थी. अनिल सिंह के अलावा दो और बीएसपी विधायक बीजेपी के संपर्क में थे. मुख्यमंत्री आवास पर हुई विधायक दल की बैठक में अनिल सिंह को भी देखा गया था. ऐसे में पहले से आशंका थी कि कि चुनावों में क्रॉस वोटिंग हो सकती है. अनिल सिंह उन्नाव के पुरवा विधानसभा से विधायक हैं. पहले भी बीजेपी के करीब रहे हैं. बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर बीएसपी से चुनाव लड़े और जीते.
इन राज्यों में राज्यसभा चुनाव
शुक्रवार को यूपी की 10, बिहार की 6, महाराष्ट्र की 6, पश्चिम बंगाल की 5, मध्य प्रदेश की 5, गुजरात की 4, कर्नाटक की 4, आंध्र प्रदेश की 3, राजस्थान की 3, ओडिशा की 3, तेलंगाना की 3, झारखंड की 2, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल, हरियाणा और केरल की एक-एक राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होंगे और आज ही नतीजों का ऐलान किया जाएगा. इनमें से सबसे बड़ी जंग यूपी की 10वीं सीट को लेकर है. केरल में 1 राज्यसभा सीट तब खाली हुई थी जब जदयू के सांसद एमपी वीरेंद्र कुमार ने इस्तीफा दे दिया था. उस सीट के लिए उपचुनाव भी साथ ही होगा.
कैसे होती है राज्यसभा चुनाव में काउंटिंग
राज्यसभा चुनाव के लिए एक तय फॉर्मूला है, खाली सीटों में एक जोड़ से विधानसभा की कुल सदस्य संख्या से भाग देना. निष्कर्ष में भी एक जोड़ने पर जो संख्या आती है. उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए जरूरी होता है. अगर यूपी का उदाहरण लिया जाए तो 10 सीटों में 1 जोड़ा जाए तो योग हुआ 11. अब 403 को 11 से भाग देते हैं तो आता है 36.63. इसमें 1 जोड़ा जाए तो योग होता है 37.63. यानी यूपी राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को 38 विधायकों का समर्थन चाहिए. हालांकि चूंकि एक विधायक का निधन हो चुका है इसलिए यहां 37 विधायकों के समर्थन से ही राज्यसभा उम्मीदवार की जीत तय हो जाएगी.