चक्रवात हुदहुद ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई इलाकों को अपनी चपेट में ले
लिया है. तूफान की वजह से आंध्र-ओडिशा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी
है. हालांकि हवा की रफ्तार अब कुछ धीमी हो गई है और विशाखापट्टनम में यह
120-130 किलोमीटर
प्रति घंटे से बह रही है. दूसरी ओर, भारी बारिश की वजह से कई
इलाकों में बिजली गुल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री को
राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क में रहने के लिए कहा है. जबकि गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने स्पष्ट कहा है कि ओडिशा के कई क्षेत्रों में सोमवार बाद बाढ़ आ सकती है. इसके साथ ही यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ और प. बंगाल में भी इसका असर होने की आशंका है.
वीडियोः पूरी ताकत के साथ आया हुदहुद, पर इंतजामों से हुआ पस्त
हुदहुद' का पल पल का हाल:
6:50PM: ओडिशा में बहरामपुर, गंजाम, गोपालपुर समेत कई जगहों पर भारी बारिश. गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने कहा सोमवार बाद आ सकती है बाढ़.
6:40 PM: तूफान हुदहुद की गति की गमी, अब 120-130 किमी प्रति घंटा है स्पीड.
06:12PM: विशाखापट्टनम में एक इमारत गिरने से 2 साल की बच्ची की मौत.
05:56PM: छत्तीसगढ़ में सुकमा कलेक्टर ने बनाया हुदहुद को लेकर नियंत्रण कक्ष. हेल्पलाइन नंबर जारी- 07864284012, 07864284204, 07864284278, 07864244630, 07864264611, 07864261622
05:45PM: हुदहुद को लेकर कैबिनेट सचिव के ऑफिस में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक. बैठक में एनडीआरएफ के डीजी, गृह सचिव, डिजास्टर मैनेजमेंट सचिव के आलावा कई अधिकारी मौजूद.
5:15PM: पश्चिम उत्तर दिशा की ओर बढ़ रही है हुदहुद की नमी. अगले 48 घंटों में उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की आशंका. मौसम विभाग ने 13 से 15 अक्टूबर तक कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी. पूर्वी हिमालय क्षेत्र में बारिश की संभावना.
4:55PM: आंध्र में चार जिलों विशाखापट्टनम, श्रीकाकुलम, विजयानगरम और पूर्वी गोदावरी के 320 गांव हुदहुद से प्रभावित.
4:52 PM: 223 रिलिफ कैम्प में 1.35 लाख लोग मौजूद.
4:51PM: अब तक 24 एनडीआरएफ टीम बचाव और राहत कार्य में जुटीं.
4:50 PM: 6 चॉपर, 56 बोट और 155 मेडिकल की टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं.
4:00PM: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने PM मोदी से 'हुदहुद' को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है. इसके अलावा चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र से 2000 करोड़ के राहत पैकेज की मांग की है.
PM has assured all cooperation,we have made arrangements,quick action will be taken,doing our best: Chandrababu Naidu pic.twitter.com/PHZU0yzuCV
— ANI (@ANI_news) October 12, 2014
3:21 PM: PM मोदी ने आंध्र के CM से बात करके हालात का जायजा लिया.
3:00 PM: हुदहुद तूफान की वजह से 62 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. इसके अलावा 51 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं.
2:47 PM: हुदहुद तूफान की वजह से भारत-वेस्टइंडीज के बीच मंगलवार को खेले जाने वाला तीसरे वनडे रद्द कर दिया गया है. विजाग में तीसरा वनडे मैच होना था.
1:34 PM: विशाखापट्टनम में 190 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है. तेज तूफाान की वजह से राहगीरों के उड़ने की खबर है. कैबिनेट सचिव अजित ने बताया कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ संपर्क में हैं.
1:16PM: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि हुदहुद के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. इसके साथ ही हम पूरी सावधानी भी बरत रहे हैं.
12:13 PM: मौसम विभाग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि हुदहुद तूफान 6 घंटे बाद कमजोर हो जाएगा. तूफान की वजह से ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में 13,14,15 अक्टूबर तक बारिश हो सकती है. तूफान का सबसे ज्यादा असर विशाखाापट्टनम में है.
11:25 AM: हुदहुद तूफान की वजह से विशाखापट्टनम में भूस्खलन शुरू, हवा की रफ्तार 180 KM प्रति घंटा.
Eye of Cyclone #Hudhud has made landfall to the North of Vizag, maximum winds upto 205KmPH
— ANI (@ANI_news) October 12, 2014
Delhi: Satellite division visuals of Cyclone #Hudhud from MET department pic.twitter.com/guYlLm2i8i
— ANI (@ANI_news) October 12, 2014
#CycloneHudhud might end up being a severe cyclone, will gust up to 162kmph in south east of Vizag: Sitaram, Scientist E, MET Dept
— ANI (@ANI_news) October 12, 2014
8:42AM: विशाखापट्टनम से 70 किलोमीटर की दूरी पर है 'हुदहुद' तूफान. तूफान करीब 12 बजे पहुंचेगा विशाखापट्टनम के तटों पर.
8:00AM: विशाखापट्टनम के कई इलाकों में बिजली गुल चक्रवात हुदहुद 6-7 घंटे में विशाखापट्टनम पहुंच जाएगा.
06:50AM: विशाखापट्टनम से 100 किमी दूर पहुंचा हुदहुद.
05:52AM: विजाग में भारी बारिश शुरू, पेड़ गिरे, बिजली भी कटी.
05:35 AM: हुदहुद के कारण गोपालपुर में बिजली सप्लाई ठप. हुदहुद तूफान के कारण गोपालपुर में बिजली सप्लाई पर पड़ा असर, यहां पूरी तरह से ब्लैक आउट हो गया है. लोग यहां छप्पर और कमजोर छतों से दूर ही रह रहे हैं और तूफान का सामना करने को तैयार हैं.