आय से अधिक संपत्ति मामले में बरी होने के बाद जे जयललिता ने शनिवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जयललिलता लगातार पांचवी बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी हैं. शपथग्रहण समारोह में सुपरस्टार रजनीकांत भी शामिल हुए.
शपथ ग्रहण समारोह मद्रास यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में हुआ. इस शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़े नेता और एक्टर पहुंचे. जयललिता के साथ 28 मंत्रियों ने भी शपथ ली. इससे पहले शुक्रवार को विधायक दल की बैठक में जयललिता दल की नेता चुनीं गईं. नेता चुने जाने के बाद जयललिता के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया. जयललिता मंत्रिमंडल में उनके सभी भरोसेमंद चेहरे शामिल हुए.
जयललिता के जेल से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले पन्नीरसेल्वम को भी जयललिता कैबिनेट में जगह मिली है. पन्नीरसेल्वम के पास वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी होगी. याद रहे कि आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक की निचली अदालत से 4 साल की सजा के बाद जयललिता को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. हालांकि कर्नाटक हाईकोर्ट से जयललिता को हाल ही में बरी किया गया है.
जयललिता ने अपने मंत्रिमंडल में वन मंत्री एम.एस.एम. आनंद और पी. चेंदूर पाण्डियन (कोई विभाग नहीं) को छोड़कर निवर्तमान मंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को बरकरार रखा है. उन्होंने किसी भी मंत्री के विभाग में कोई परिवर्तन नहीं किया है.
उन्होंने लोक-संबंधी, आईएएस, आईपीएस और आईएफएस, गृह, सामान्य प्रशासन और जिला राजस्व जैसे प्रमुख विभाग अपने पास रखे हैं, जबकि पन्नीरसेल्वम के पास वित्त और लोक निर्माण मंत्रालय का प्रभार होगा. इससे पहले, राज्यपाल रोसैया ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और उनके मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और जयललिता को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.