भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया, लेकिन अपने भाषण में उन्होंने नरेंद्र मोदी को पार्टी की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने की बात का उल्लेख नहीं किया.
आडवाणी ने खराब स्वास्थ्य के बारे में चुप्पी तोड़ी और कहा कि इसी की वजह से वे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने गोवा नहीं जा सके.
तस्वीरें: आडवाणी की रथ यात्रा
मोदी को इस समिति के अध्यक्ष बनाए जाने के विरुद्ध बताये जा रहे आडवाणी ने राजनीतिक मामले या मुद्दे पर एक शब्द तक नहीं कहा, जो गोवा में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुआ. समझा जाता है कि मोदी प्रचार समिति के अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में सामने होंगे.
अपने 11 मिनट के रिकॉर्डेड भाषण में आडवाणी ने पंडित श्रीराम दवे के साथ अपनी मित्रता याद की, जिनकी स्मृति में इस व्याख्यान का आयोजन किया गया था.
बीजेपी की ओर से अहम भूमिका मिलने के तुरंत बाद मोदी ने नाराज आडवाणी से बातचीत की और दावा किया कि पार्टी के इस वृद्ध नेता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है.
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘आडवाणीजी से फोन पर बातचीत हुई. उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया. उनका आशीर्वाद पाकर सम्मानित और आभारी महसूस करता हूं.’
आडवाणी ने अपने भाषण में कहा, ‘आज सुबह, मैंने फोन पर जयपुर में साध्वी प्रियंवदा से बातचीत की और कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाने के लिए माफी मांगी. पिछले लगातार तीन दिन से पेट खराब है, बार-बार दस्त हो रहे हैं, स्वास्थ्य खराब है, यही वजह है कि मैं गोवा में अपनी अति महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नहीं जा सका.’