बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि साल 1975 में इंदिरा गांधी को सत्ता जाने का डर था और इसलिए देश में इमरजेंसी लागू हुई.
आडवाणी ने 1975 का समय याद करते हुए कहा कि रेडियो चलाने पर उस दिन इंदिरा गांधी की आवाज सीधे आई और उन्होंने आपातकाल की घोषणा की. आडवाणी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'जिन्होंने भी 1975 में इमरजेंसी लगाई उन्होंने देश के लोकतंत्र के खिलाफ बहुत बड़ा गुनाह किया है. उस गुनाह का पछतावा आज तक किसी को नहीं हुआ है. कांग्रेस पक्ष के किसी अहम नेता ने खेद नहीं जताया, किसी को भी पछतावा नहीं हुआ.'
उन्होंने राहुल और सोनिया गांधी को इशारों में कहा कि इतने साल में इन्हें भी अपराध बोध तो कम से कम होना चाहिए. आडवाणी ने जवाहर लाल नेहरू पर उस समय सेना को कमजोर करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि चीन मसले को वह ठीक तरीके से हल नहीं कर सके.
इमरजेंसी के वक्त की मीडिया और आज की मीडिया के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि आज की मीडिया में सत्ता पक्ष से लाभ लेने की इच्छा है, जो कि गलत है.
राम रथ यात्रा पर सवाल पूछने पर आडवाणी ने कहा कि उन्हें उसका कोई पछतावा नहीं है. बल्कि वह राम रथ यात्रा पर गर्व करते हैं. उन्होंने राजनीतिक पार्टियों में 'वन मैन शो' की आलोचना की. उन्होंने कहा कि सत्ता आने के बाद विनम्रता बहुत जरूरी होता है. बिना विनम्र हुए देश सेवा नहीं की जा सकती है.