लोकसभा में राजधानी दिल्ली में पैरा मेडिकल की एक छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले को रोंगटे खड़ी कर देने वाली घटना बताते हुए अध्यक्ष मीरा कुमार सहित सदस्यों ने मंगलवार को सरकार से इस जघन्य कृत्य के दोषियों के खिलाफ अविलंब सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की.
सदन में शून्यकाल के दौरान विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश की राजधानी में हुई इस घटना की किन शब्दों में निंदा की जाये इसके लिए कोई शब्द बचता नहीं है.
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सदन में आएं और बयान दें और साथ ही सरकार बताये कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो इसके लिए क्या कर रही है.
कांग्रेस की गिरिजा व्यास ने देश में बलात्कार की घटनाओं पर चिंता जताते हुए इस विषय को गंभीरता से लिये जाने की आवश्यकता बताई. उन्होंने कानून को सख्त बनाने और फास्ट ट्रैक अदालतों की स्थापना करने के साथ-साथ पुलिस प्रशिक्षण और जागरुकता बढाने पर जोर दिया.
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा, ‘जो घटना कल हुई है वह रोंगटे खड़ी कर देने वाली है. समाज के लिए शर्म से सिर झुका लेने वाली घटना है. सदन की भावना है कि सख्त से सख्त कदम उठाये जायें और इस मामले में कोई और विलंब न हो.’
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने सदन की भावना से अपने को जोड़ते हुए कहा कि सख्त कदम उठाये जायेंगे, इसमें कोई कमी नहीं रहेगी सुषमा ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और यहां कानून व्यवस्था राज्य सरकार नहीं बल्कि केन्द्र सरकार के तहत है. कहा जाता है कि यह शहर महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा असुरक्षित है. उन्होंने कहा कि यहां की मुख्यमंत्री यह सलाह देती हैं कि रात को लडकियां अकेले न निकलें. हालांकि यह घटना तो देर रात की नहीं बल्कि साढे नौ बजे की है और वह भी पीडिता अकेले नहीं थी बल्कि उसके साथ एक पुरुष मित्र भी था. उन्होंने बलात्कार के दोषियों को फांसी की सजा की वकालत की.
गिरजा ने इस विषय को गंभीरता से लिये जाने पर जोर देते हुए कहा कि मामला इधर का या उधर का (सत्तापक्ष या विपक्ष का) नहीं. इस राज्य का या उस राज्य का नहीं. देश में महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध की तीन साल की घटनाओं के आंकड़े सोचने पर मजबूर करते हैं.
उन्होंने राज्यों में पुलिस प्रशिक्षण पर जोर दिये जाने, जागरुकता और आत्मरक्षा के कार्यक्रमों को बढावा देने, फास्ट ट्रैक अदालतों की स्थापना, दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी तथा पीड़िता की तत्काल मेडिकल कराये जाने की व्यवस्था कायम करने पर जोर दिया.
इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने इस घटना पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया और सरकार से इस पर तत्काल जवाब मांगा. बीजेपी के शाहनवाज हुसैन ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली में कानून व्यवस्था समाप्त हो गई है.