प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुरुवार को लोकसभा पहुंचे, तो सोनिया गांधी के पास जाकर उन्हें शुक्रिया अदा किया. दरअसल, लोकसभा में सर्वसम्मति से बांग्लादेश से जुड़ा भूमि समझौता बिल पास हुआ, जिसके बाद मोदी धन्यवाद की मुद्रा में जुड़े हाथों के साथ सोनिया की सीट तक गए.
भारत और बांग्लादेश के बीच कुछ बस्तियों और भूमि क्षेत्रों के आदान-प्रदान को मंजूरी देने वाले ऐतिहासिक संविधान संशोधन विधेयक को लोकसभा ने भी सर्वसम्मति से अपनी मंजूरी दे दी.
यह विधेयक राज्यसभा से पहले ही पारित हो चुका है. सरकार ने उम्मीद जताई कि इस कानून के लागू होने से इस पड़ोसी देश के साथ संबंध और प्रगाढ़ होंगे.
राज्यसभा ने बुधवार को ही कांग्रेस और तृणमूल सहित सभी राजनीतिक दलों के समर्थन से संविधान (119वां संशोधन) विधेयक 181 के मुकाबले शून्य मत से पारित कर दिया था.
विधेयक पारित होने से पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रेय दिया था. उन्होंने कहा था कि यह विधेयक पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार के शासनकाल में लाया गया था.
क्या है पूरा मामला...
देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु मुजीबुर्रहमान के बीच 1974 में इस बारे में एक समझौता हुआ था. अब 41 सालों के बाद इस विधेयक के माध्यम से समझौता अमल में आने जा रहा है.
दोनों देशों के बीच बस्तियों के आदान-प्रदान को लेकर 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के शासनकाल में एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए थे. उसी प्रोटोकॉल के प्रावधानों को लागू करने के लिए यह विधेयक लाया गया.