scorecardresearch
 

स्पीकर ओम बिड़ला और CJI एसए बोवडे की बढ़ाई गई सुरक्षा

केंद्र सरकार ने देश की 2 खास हस्तियों की सुरक्षा में वृद्धि करने का फैसला लिया है. जिन 2 खास हस्तियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है उसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एसए बोवडे शामिल हैं.

Advertisement
X
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की सुरक्षा बढ़ाई गई (फाइल-PTI)
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की सुरक्षा बढ़ाई गई (फाइल-PTI)

Advertisement

  • ओम बिड़ला के पास अब तक थी सीआईएसएफ की सुरक्षा
  • CJI बोवडे की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे

केंद्र सरकार ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एसए बोवडे की सुरक्षा बढ़ा दी है. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ओम बिड़ला को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. पहले उनके पास सीआईएसएफ की सुरक्षा थी, लेकिन अब बदलाव करके सीआरपीएफ के जवानों को उनकी सुरक्षा में लगाया है.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के अलावा सीजेआई एसए बोवडे को भी जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. उनकी सुरक्षा में भी सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे.

गृह मंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है. आईबी ने खतरे के आधार पर अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी थी.

वीआईपी लोगों से हटेगा एनएसजी कवर

Advertisement

इससे पहले गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने के बाद अब मोदी सरकार ने पिछले दिनों सभी वीआईपी लोगों की सुरक्षा से एनएसजी कवर हटाने का फैसला लिया था.

सरकार से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विशिष्ट लोगों को सुरक्षा देने के काम से अब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) को दूर रखा जाएगा. इससे पहले भी गृह मंत्रालय सोनिया गांधी और राहुल गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटाने के साथ-साथ कई बड़े नेताओं की सुरक्षा घटा चुका है.

इसे भी पढ़ें--- कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन, 28 दिन में 16 ढेर

लगभग दो दशक बाद ऐसा हो रहा है कि जब एनएसजी के ब्लैक कैट कंमाडोज को अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा से दूर रखा जा रहा है. 1984 के दंगों के बाद जब एनएसजी का गठन हुआ था तब वीआईपी की सुरक्षा इस बल की जिम्मेदारियों में शामिल नहीं थी.

जेड प्लस सुरक्षा अति विशिष्ट लोगों को

आधुनिक हथियारों से लैस यह खास सुरक्षा दस्ता वीआईपी लोगों को सुरक्षा कवर देता है जो फिलहाल जेड प्लस सुरक्षा हासिल 13 अति विशिष्ट लोगों को मिली हुई है. ऐसे हर वीआईपी की सुरक्षा में करीब दो दर्जन कमांडो तैनात रहते हैं.

दो हफ्ते पहले एनएसजी के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात एनएसजी की जगह अब यह जिम्मेदारी जल्द ही अर्धसैनिक बलों को सौंप दी जाएगी.

Advertisement

इसे भी पढ़ें--- कश्मीर में सेना का 'आपरेशन मां' बना बड़ा हथियार, 50 युवकों ने छोड़ा आतंक का रास्ता

इन नेताओं के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, मुलायम सिंह यादव, चंद्रबाबू नायडू, प्रकाश सिंह बादल और फारूक अब्दुल्ला को भी एनएसजी सुरक्षा घेरा मिला हुआ है. इसके साथ ही असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भी एनएसजी सुरक्षा मिली हुई है.

Advertisement
Advertisement