लोकसभा में सोमवार को शून्यकाल के दौरान बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने भारतीय चिकित्सा परिषद का मुद्दा उठाते समय संस्थान के खिलाफ असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन नाराज हो गईं.
कार्यवाही से निकाले गए सांसद के शब्द
संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सलाह दी कि सदस्य द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द विशेष को कार्यवाही से निकाल दिया गया है, ताकि सांसद के शब्द अखबारों की सुर्खियां ना बने. इस पर आहत अध्यक्ष ने कहा, 'मुझसे ज्यादा आप भी जानते हैं कि क्या असंसदीय है और क्या संसदीय, रिकॉर्ड में से तो शब्द निकल सकते हैं, लेकिन किसी सदस्य के मुंह से गलत शब्दों का निकलना कैसे रोक सकते हैं.'
भाषा का ख्याल रखने की सलाह
सुमित्रा महाजन ने कहा कि अब इसके लिए सदस्य खुद रोक लगाएं और भाषा की मर्यादा का ख्याल रखें. महाजन ने बेहद खिन्नता से कहा कि पहले सदस्य ऐसी बात बोलते हैं, तभी तो मीडिया में ऐसी खबरें सुर्खियां बनती हैं.
सांसदों की गैर मौजूदगी पर जताई नाराजगी
इसके कुछ देर बाद स्पीकर ने पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों के संबंध में एक सवाल किए जाने पर कर्नाटक से बीजेपी सांसद नलिन कुमार कतील और केरल से सीपीएम सांसद पीके श्रीमथि की गैर मौजूदगी पर भी नाराजगी जताई और कहा की यह बहुत गलत है कि सदस्य उपस्थित नहीं हैं. इससे पहले भी स्पीकर कई सांसदों के व्यवहार को लेकर संसद में नाराजगी जता चुकी हैं.