जमीनी घोटाले मामले में लोकायुक्त ने बीजेपी नेता बी.एस. येदियुरप्पा और एच.डी. कुमारास्वामी के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज कराई है. एक एक्टिविस्ट जयकुमार हिरेमठ ने यदियुरप्पा और कुमारस्वामी के खिलाफ लोकायुक्त में याचिका दायर की थी.
आरटीआई के तहत निकाले गए दस्तावेजों के आधार पर कुमारास्वामी को आरोपी नंबर-1 और येदियुरप्पा को अरोपी नंबर-2 बनाया गया है. मामला भ्रष्टाचार निरोधक कानून और आपराधिक षड्यंत्र रचने का है. सीआईडी से इस मामले में एक जांच कराने के लिए कहा गया था. सीआईडी ने हाल ही में लोकायुक्त में अपनी रिपोर्ट सौंपी है.
एफआईआर में येदियुरप्पा पर आरोप लगाया गया है कि अधिसूचित भूमि के आवंटन में अनियमितता बरती गई है. येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी के एक संबंधी को फायदा पहुंचाने के लिए बेंगलुरु में एक ऐसी जमीन का आवंटन किया, जो पहले बेंगलुरु डवलपमेंट अथॉरिटी के पास अधिग्रहीत थी.
जमीन आवंटन की यह प्रकिया तब शुरू हुई, जब कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे. लेकिन इसे बतौर मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने आवंटित किया. एचडी कुमारास्वामी फरवरी 2006 से अक्टूबर 2007 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं, जबकि बीएस येदियुरप्पा मई 2008 से जुलाई 2011 तक प्रदेश के सीएम रहे हैं.