राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पर चर्चा शुरू हो गई है. उधर रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे और किरण बेदी सहित अनशन कर रहे सभी उपस्थित लोग टीवी पर राज्यसभा की कार्यवाही देख रहे हैं.
आज सुबह जैसे ही संसद की कार्यवाही शुरू हुई, चंद मिनटों के अंदर समाजवादी पार्टी के हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा. इसके बाद गतिरोध खत्म करने की कोशिशें शुरू हुईं. इस बाबत प्रधानमंत्री की सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मुलाकात भी हुई. इस मुलाकात का नतीजा 12 बजे दिखा जब अंततः सदन में लोकसभा बिल पर चर्चा शुरू हुई.
अरुण जेटली, बीजेपी नेता
आज देश का राजनीतिक माहौल बिल्कुल अलग है. 29 दिसंबर 2011 से लेकर अब तक आए इस बदलाव का असर सरकार की समझ में भी दिखता है. हमारी पार्टी इस बिल को पास कराने के पक्ष में है. हम एक ऐसा बिल पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें कम खामियां हो और सुचारू ढंग से काम करे. सेलेक्ट कमिटी ने इसी प्रयास में सुझाव दिए. हमारे मित्र कह रहे थे कि इस बिल के कारण लोग फैसले करने से डरेंगे. पर मेरा मानना यह है कि इससे निर्णय प्रक्रिया में सुधार होगी. लोग गलत निर्णय करने से डरेंगे. हम राजनीतिक व्यवस्था को और बेहतर बनाने के पक्ष में हैं. जहां तक भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और संघीय ढांचे का मसला है तो दोनों एक साथ सुचारू ढंग से चल सकते हैं. इस बिल के पास होते ही एक साल के अंदर सभी राज्य सरकारों को लोकायुक्त का गठन करना होगा.
कपिल सिब्बल, केंद्रीय मंत्री
यह इस सदन के लिए ऐतिहासिक मौका है. इससे पहले कभी भी किसी एक बिल को लेकर इतनी चर्चा नहीं हुई. हमने सेलेक्ट कमिटी की सिफारिशों को माना है. अब प्रधानमंत्री भी लोकपाल के दायरे में होंगे. इस बिल पर अब राजनीति नहीं होनी चाहिए. हमें साथ आकर इस बिल को पास कराना चाहिए.
रामगोपाल यादव, समाजवादी पार्टी नेता
चर्चा की शुरुआत की समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने. उन्होंने कहा कि यह बिल देश के हित में नहीं है. इसका दुरुपयोग होगा. ईमानदार लोग भी किसी मसले पर निर्णय लेने से डरेंगे. हमारी पार्टी का इसका विरोध करती है. रामगोपाल यादव के भाषण के समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसदों ने सदन से वॉक आउट किया.
मुलाकातों का दौर
लोकपाल बिल पर गतिरोध खत्म करने के लिए संसद परिसर में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और राम गोपाल यादव की मुलाकात हुई. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं. फिलहाल सपा ने लोकपाल के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. मुलायम सिंह ने प्रधानमंत्री से और वक्त मांगा है. दोनों नेताओं की मुलाकात एक बार फिर होगी.