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लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का नेतृत्व राहुल के हाथों में होने की आशा: तिवारी

सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी हमारे नेता हैं और हम आशा करते हैं कि 2014 के चुनावों में वह हमारा नेतृत्व करेंगे.

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सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी हमारे नेता हैं और हम आशा करते हैं कि 2014 के चुनावों में वह हमारा नेतृत्व करेंगे.

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मंत्री से अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी की भूमिका के बारे में पूछा गया था.

उन्होंने यह भी कहा कि अगले आम चुनावों में कुछ प्रदेशों में नये राजनीतिक गठजोड़ को लेकर पार्टी का रवैया उदार होगा.

यह पूछे जाने पर कि क्या अगले आम चुनावों में भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावनाओं के बीच कांग्रेस राहुल गांधी को अपने नेता के तौर पर प्रस्तुत करेगी, तिवारी ने कहा कि संस्थागत व्यवस्था मौजूद है, फिल्हाल कांग्रेस अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के बीच द्वैध शासन प्रणाली पिछले नौ सालों से सफलतापूर्वक चल रही है.

साथ ही उन्होंने कहा कि यह मांग पिछले कुछ समय से है कि राहुल गांधी को पार्टी और देश दोनों के मामलों में ज्यादा सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए.

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उन्होंने कहा, ‘वह हमारे नेता हैं और हम 2014 के चुनावों में उनके हमारा नेतृत्व करने की आशा करते हैं.’

गठजोड़ के बारे में पूछे जाने पर मनीष तिवारी ने कहा, ‘हां, हम अपने दोस्तों और सहयोगियों को साथ रखने का प्रयास करेंगे. मैं इसमें कोई परेशानी नहीं देखता और जहां भी जरूरत है और कांग्रेस इकाइयों के जमीनी स्तर से गठजोड़ के विकल्प की जरूरत का फीडबैक आएगा, मुझे नहीं लगता कि हम इसे लेकर प्रतिकूल होंगे.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले नौ सालों में गठबंधन को काफी अच्छे ढंग से चलाया है.

सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, ‘हो सकता है गठबंधन को चलाने में यहां वहां कुछ बाधाएं आई हों लेकिन मेरा मानना है कि हमनें काफी अच्छे से इसे चलाया है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप 2009 के चुनावों को देखें तो चुनावों से पहले के महीनों में कुछ प्रदेशों में ऐसी खास प्रवृत्तियां थीं कि संप्रग का हिस्सा रहे लोगों ने गठबंधन से बाहर जाकर खुद से चुनाव लड़ने का फैसला किया.’ तिवारी ने कहा, ‘लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद उनमें से कई संप्रग में फिर आ मिले.’

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