रूस के स्मालेन्स्क शहर की मेडिकल यूनिवर्सिटी के एक हॉस्टल में भयानक आग लग जाने से दो भारतीय छात्राओं की मौत हो गई. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए भारतीय टीम को घटनास्थल पर भेजा. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
हादसे पर स्वराज ने जताई संवेदना
स्वराज ने अपने ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी कि मास्को से 400 किलोमीटर दूर स्मालेन्स्क के हॉस्टल में आग लग जाने से दो भारतीय छात्राओं की मौत हो गई. दोनों महाराष्ट्र की रहने वाली हैं. मंगलवार को उनके शव मुंबई पहुंचाए जाएंगे. स्वराज ने दोनों छात्राओं के लिए संवेदना जताई. उन्होंने बताया कि घायल छात्रों की मदद के लिए भारतीय टीम पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी है.
We have lost two Indian girl students (both from Maharsthra) studying at Smolensk Medical Academy in Russia in a fire accident.@RajeGangarde
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) February 15, 2016
Some students are injured. They are out of danger. The place is 400 Kms from Moscow. Our team has already reached there.@RajeGangarde
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) February 15, 2016
Their mortal remains will reach Moscow tomorrow. We will fly their mortal remains to Mumbai. Our heartfelt condolences.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) February 15, 2016
विदेशी छात्रों के लिए बने हॉस्टल में लगी आग
स्मालेन्स्क शहर की पुलिस के मुताबिक 14 फरवरी 2015 को हॉस्टल की छह मंजिली इमारत की चौथी मंजिल पर अचानक आग भड़क उठी. इस आग में दो भारतीय छात्राओं की मौत हो गई. दोनों छात्राओं का जन्म 1994 में हुआ था और वे स्मालेन्स्क मेडिकल यूनिवर्सिटी के चौथे साल में पढ़ रही थीं. इस विश्वविद्यालय में करीब एक हजार विदेशी छात्र पढ़ते हैं. जिस इमारत में आग लगी थी, उसमें विदेशी छात्रों के लिए हॉस्टल बना हुआ था.
सभी हॉस्टल की फायर सेफ्टी जांच शुरू
स्मालेन्स्क के अभियोजन विभाग ने विश्वविद्यालय के सभी हॉस्टलों की तकनीकी तौर पर फायर सेफ्टी की जांच शुरू कर दी है. इस जांच के दौरान देखा जाएगा कि हॉस्टल में आग लगने पर उसकी जानकारी देने और आग बुझाने के इंतजाम कैसे हैं. घटनास्थल पर जांच जारी है. आग के कारणों का पता लगाने के लिए तकनीकी और फॉरेंसिक जांच आयोग नियुक्त किया गया है. चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है.