जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में शनिवार सुबह बीएसएफ कांस्टेबल नितिन सुभाष की पाकिस्तानी फौजियों द्वारा बर्बरता पूर्वक हत्या पर पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकटकर ने पाकिस्तान सेना की कार्यवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जो कार्यवाई पाकिस्तान ने की है वो किसी भी राष्ट्र की सेना को शोभा नहीं देती.
'आज तक' से बातचीत में (पूर्व) लेफ्टिनेंट जनरल डीबी शेकटकर ने बताया कि 1971 के युद्ध तक पाकिस्तान की प्रोफेशनल आर्मी थी. उनके कुछ एथिक्स और कुछ प्रिंसिपल्स थे. लेकिन शनिवार को जो बर्बरता दिखाई है उसका कारण है कि 1987 के बाद जियाउलहक उनके राष्ट्रपति थे. उन्होंने पाकिस्तानी आर्मी का इस्लामाइजेशन शुरू कर दिया. इस्लामाइजेशन वो है जो इंसान को राक्षसी वृत्ति की और ले जाता है.
डीबी शेकटकर ने कहा कि जिस तरह पाकिस्तान आतंकवाद का सहारा लेकर प्रॉक्सी वॉर कर रहा है आने वाले दस सालों में पाकिस्तान का एक और विघटन होगा. ये विघटन करने वाले वहां के आतंकवादी ही होंगे. पाकिस्तान की सेना भी इनपर काबू नहीं कर पाएगी.
डीबी शेकटकर ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने हमारे सैनिक का सिर काट दिया तो अब हम उनका जाकर काट देंगे, ऐसा हम नहीं करेंगे. इतनी बर्बरता हम नहीं करते. भारतीय राष्ट्र की ये नीति ही नहीं रही है. इसका जवाब उसी प्रकार से और उसी भाषा में देना होगा जो इन्हें समझ में आती है.
1999 कारगिल युद्ध में हमारे पास जो पाकिस्तान के आतंकवादी थे हमने उनका कुछ नहीं किया. हमने तो उनके डेड बॉडीज को भी सम्मानपूर्वक लौटा दिया. लेकिन उन्होंने लेने से इनकार किया था. ये जो पाकिस्तान कर रहा है, उसे शैतानी वृत्ति कहते हैं. उनमें शैतान आ गया है और ये उनको ही खाएगा. उन्होंने कहा कि देश की सभी राजनैतिक पार्टियों से अनुरोध किया कि आज की तणावपूर्ण परिस्थिति में अपने धर्म को भूलकर, समुदाय को भूलकर एकत्रित होना चाहिए.