नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर अब विवाद थम गया है. सेना की पूर्वी कमान के लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी ने साफ कर दिया है कि वो सेना प्रमुख नहीं बनाए जाने से नाराज नहीं हैं और इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. बल्कि नए साल की बधाई देते हुए उन्होनें नए सेनाध्यक्ष बिपिन रावत को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया है.
इस बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 30 दिसम्बर की शाम को पुणे में सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टनेंट जनरल एमए हेरिज से मुलाकात कर उनकी नाराजगी को दूर किया.
इससे पहले रक्षा मंत्री ने जनरल बख्शी से बात कर उन्हें इस्तीफा न देने के लिए कहा था. इसी का नतीजा है कि जनरल बख्शी ने बयान जारी करके कहा कि वो इस्तीफा नहीं देंगे.
दरअसल, मणिपुर समेत दो-दो सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाने वाले जनरल बिपिन रावत को उनकी काबलियत को देखते हुए सरकार ने दो-दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को दरकिनार करते हुए उन्हें सेना प्रमुख बनाया है.