पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने शनिवार को इस बात का खंडन किया कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर तेल आयात लॉबियों से धमकी मिली. उन्होंने कहा, 'मैंने ऐसा नहीं कहा था. मेरे बयान को गलत ढंग से पेशकर मीडिया ने गलतफहमी पैदा की.'
कन्नड़ में अपनी बात रखते हुए मोइली ने कहा कि उन्होंने जो कहा, उसका आशय यह था कि बड़े पैमाने पर तेल की खोज को लेकर 'भय या चिंता' है, क्योंकि इसमें 'बाधा' है.
उन्होंने कहा कि देश तेल के आयात पर सालाना सात लाख करोड़ से लेकर आठ लाख करोड़ रुपये तक खर्च करता है और अगर ऐसा ही चलता रहा तो इससे अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी.
गौरतलब है कि मोइली ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कहा था कि 'जो भी मंत्री इस पद पर रहे, उन्हें धमकाया गया है. नौकरशाही की तरफ से देरी की जाती है और बाधाएं उत्पन्न की जाती हैं तथा अन्य लॉबियां भी नहीं चाहतीं कि हम आयात बंद कर दें.'