मध्य प्रदेश में बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों की हत्याओं पर सूबे के गृहमंत्री बाला बच्चन ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि आपसी रंजिश के कारण ये हत्याएं हुईं हैं. आजतक से खास बातचीत के दौरान गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा कि ये सब आपसी रंजिश के चलते हो रहा है. मंदसौर में प्रह्लाद बंधवार को मारने वाला बीजेपी का निकला. बीजेपी इसपर राजनीति ना करे.
गृहमंत्री ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी ने 15 साल में राज्य में लॉ एंड आर्डर को ध्वस्त कर दिया था हम उसे सही करने में लगे हैं. गृहमंत्री ने कहा कि बीजेपी जो आरोप लगा रही है कि किसी विशेष राजनीतिक दल के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है वो गलत है, क्योंकि अभी तक हत्याओं में जहां पुलिस ने मामलों को सुलझा लिया है वो आपसी झगड़े के चलते हुई निकली हैं.
शिवराज ने कहा 'सहने की सीमा होती है'
गृहमंत्री बाला बच्चन के बयान पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से कांग्रेस हत्यारों का समर्थन कर रही है. शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश को अराजकता के दलदल में धकेल दिया है. एक के बाद एक कार्यकर्ता मारे जाएंगे तो कहीं ना कहीं यह संदेश तो है कि इनको मार दो कुछ नहीं कर पाएंगे. यह संदेश बहुत खतरनाक है और इसलिए हमारे पास प्रचंड आंदोलन के सिवा और कोई रास्ता नहीं रह जाएगा.
शिवराज यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि कमलनाथ सरकार संवेदनाशून्य हो गई है और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है. एक के बाद एक लगातार हत्याएं होती जा रही हैं. आखिर कितनी हत्याएं होंगी और हम अगर आवाज उठाते हैं तो कह दिया जाता है कि हम राजनीति कर रहे हैं. लोग मारे जा रहे हैं. हम कैसे ना बोलें कि बीजेपी कार्यकर्ता और संघ के स्वयंसेवक की हत्या हो रही है. पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे तकलीफ हो रही है यह कहते हुए कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री इसे आपसी रंजिश बताते हैं. ऐसी क्या हत्याएं होती रहे और आप हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे. आखिर सहने की भी कोई सीमा होती है. कब तक हत्याओं पर भी राजनीति करते रहेंगे.
आपको बता दें कि रतलाम ज़िले में आरएसएस से जुड़े हिम्मत पाटीदार की हत्या के बाद से मध्य प्रदेश में एक बार फिर से राजनीति तेज़ हो गई है. मामले ने इसलिए भी तूल पकड़ लिया क्योंकि मृतक का भाई आरएसएस में ज़िला घोष प्रमुख है तो वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने मृतक को आरएसएस का स्वयंसेवक बताया है.