चौंकिए मत, मध्य प्रदेश के हरदा में किसानों के साथ भद्दा मजाक हुआ है. कई किसानों को फसल बीमा की राशि में 1 रुपये 28 पैसे मिले हैं.
यह मजाक भी एक यो दो किसानों से नहीं बल्कि कई किसानों के साथ किया है. किसानों को बीमा राशि के रूप में 2 रुपये 98 पैसे, 3 रुपये 99 पैसे और 6 रुपये 68 पैसे की राशि मिली है. जिले में 2 साल पहले ओला वृष्टि और भारी बारिश के कारण गेहूं की फसलों का भारी नुकसान हुआ था. जिसके एवज में किसानों को फसल बीमा योजना के तहत बीमा राशि मिली है.
दयाराम नाम के किसान को बीमे की रकम मिली है 2 रुपये 28 पैसे. उनका कहना है, 'मेरे पास सवा एकड़ जमीन है. हरदा जिला मुख्यालय पर जाने में 200 रुपये खर्च हो जाते हैं. किसान वैसे ही मरे हुए हैं कुछ ज्यादा पैसे मिलते तो ठीक रहता है.
राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के तहत वर्ष 2013-14 में ओला वृष्टि और बारिश के कारण खराब हुई गेहूं की फसल के लिए जिले में 14 हजार किसानों के लिए फसल बीमा कंपनी ने करीब 7 करोड़ रूपए की स्वीकृत की. जिसमें गहाल गांव के 128 किसानों को 1 रुपये से लेकर 142 रुपये तक का बीमा राशि दी गई है.
जब फसलें बर्बाद हुई थी तो किसानों की आंखों में आंसू थे. उन्होंने सोचा था कि फसल बीमा की राशि से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन 2 साल बाद जो राशि आई वह उनके जख्मों पर नमक का काम रही है. किसानों को कहना है कि मुआवजा राशि से उस समय मिली थी, लेकिन जिस राशि का प्रीमियम जमा किया जाता है उसके बदले में बीमा राशि मिलना थी. जब बीमा राशि मिली तो किसानों को अपना मजाक लग रहा है.