मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्टरलाइट फैक्ट्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए लोगों का दोबारा पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया है. स्टरलाइट के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस गोलीबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी.
इस मामले पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि तूतीकोरिन में गोलीबारी के शिकार मृतकों का दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए और शव उनके परिजनों को सौंपे जाएं. इससे पहले कोर्ट ने गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों के शवों को सुरक्षित रखने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने से इंकार कर दिया था.
दरअसल, पिछले गुरुवार को राज्य सरकार ने कोर्ट से मांग की थी कि उच्च न्यायालय शवों को सुरक्षित रखने के अपने फैसले को संशोधित करे जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. तमिलनाडु सरकार की दलील थी कि मृतकों के परिजन शव मांग रहे हैं, लेकिन कोर्ट ने कहा कि यदि ऐसा है तो परिजन उसके पास आते.
असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया
वहीं सुपरस्टार रजनीकांत ने स्टरलाइट विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के लिए असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया और आगाह किया कि बहुत ज्यादा आंदोलन होने पर तमिलनाडु 'कब्रिस्तान' बन जाएगा. रजनीकांत पहले ही राजनीति में आने की अपनी योजना की घोषणा कर चुके हैं.
उन्होंने तमिलनाडु के हित में असामाजिक तत्वों को कुचलने के लिए जयललिता की तरह सख्त कदम उठाने का आह्वान किया. तूतीकोरिन से लौटने के बाद चेन्नई में रजनीकांत ने कहा, समस्या तब शुरू हुई जब असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर हमला किया.
आक्रामक दिख रहे रजनीकांत ने कहा कि वह पुलिसकर्मियों पर हमला सहन नहीं करेंगे. पिछले महीने भी उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमले की एक घटना की निंदा की थी.
बहरहाल सुपरस्टार की यह टिप्पणी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी के रुख को सही बता रही है. पलनीस्वामी ने कहा था कि स्टरलाइट संयंत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान असामाजिक तत्व हिंसक हो गए थे.