अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने एक प्रोफेसर ने मदरसों के बारे में आपत्तिजनक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है. प्रोफेसर ने कथित तौर पर कहा है कि मदरसे युवकों के लिए समलैंगिकता और दूसरे तरह के बुरे कामों के अड्डे बन गए हैं.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने इस बारे में रिपोर्ट छापी है. AMU के इतिहास विभाग के प्रोफेसर वसीम रजा पर आरोप है कि उन्होंने WhatsApp के जरिए टीवी चैनल को मैसेज भेजा. इसमें उन्होंने कहा कि मदरसों के मौलाना भी वैसे बुरे कामों में शामिल हैं. इसमें उन्होंने यह भी कहा है कि मुस्लिम युवाओं का भविष्य तभी बेहतर हो सकेगा, जब देशभर में चल रहे मदरसों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए.
प्रोफेसर वसीम रजा ने चैट में कहा, ' हम मदरसों को हटाना चाहते हैं, जहां समलैंगिकता तेजी से पांव पसार रहा है. मौलाना भी इसमें शामिल हैं.' हालांकि बाद में प्रोफसर अपनी बातों से पलट गए. उन्होंने कहा कि उनका फोन हैक हो गया था और अब उन्होंने चैट ग्रुप को ब्लॉक कर दिया है.