हो सकता है कि समाजवादी पार्टी और उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार को यह खबर न भाए, लेकिन देश का मूड इस खबर में बखूबी नजर आता है. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक नवजात बच्ची का नाम नोएडा सदर की निलंबित आईएएस के नाम पर दुर्गा शक्ति रखा गया है. यह नाम उसे खुद एक आईएएस अधिकारी ने दिया है.
दरअसल, बच्ची का जन्म एक सरकारी अस्पताल में हुआ. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को दी जा रही सुविधाओं की जांच के लिए जिला कलेक्टर धीरज कुमार, सिविक चीफ जी श्रीकांत और सिविल सर्जन एससी राठौड़ यहीं मौजूद थे.
धीरज कुमार ने यूं ही बच्ची की मां माया अशोक कदम से पूछा कि वह अपनी बेटी का क्या नाम रखेंगी. इस पर माया ने कहा कि वह खुद ही कोई नाम सुझा दें. धीरज कुमार ने 'दुर्गा शक्ति' का नाम सुझाया, जिसे मां ने स्वीकार कर लिया.
दूसरी दुर्गा के लिए बरसी मदद
इसके कुछ ही मिनटों बाद धीरज कुमार ने बच्ची के लिए 10,000 रुपये की सहायता राशि का ऐलान कर दिया. सिविक चीफ और दूसरे अधिकारियों ने भी चंदा जमा कर 61,000 रुपये की राशि बैंक में जमा करा दी, जो दुर्गा को तब मिलेगी, जब वह 18 साल की हो जाएगी
लखनऊ में पले-बढ़े धीरज कुमार ने कहा, 'मुझे लगा कि मौजूदा समय में यही सबसे उपयुक्त नाम है.'
गौरतलब है कि आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को ग्रेटर नोएडा में मस्जिद की दीवार गिराने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था. बाद में रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि दीवार दुर्गा ने नहीं, बल्कि खुद गांव वालों ने गिराई थी. दुर्गा काफी समय से इलाके में सक्रिय रेत माफिया के पीछे पड़ी थीं. उन्हें इसी बात का खामियाजा निलंबन के रूप में भुगतना पड़ा.