महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को महा अघाड़ी के विधायकों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश में अराजकता पैदा करने की कोशिश की जा रही है. मुझे समझ नहीं आया कि दिल्ली के लोग क्या करना चाहते हैं. इस देश के लोगों में तनाव और भय का माहौल पैदा किया जा रहा है.
उद्धव ठाकरे ने विधायकों से अपील की है कि आपका (नेताओं का) निर्वाचन क्षेत्र आपकी जिम्मेदारी है. माचिस जलाने के प्रयास होते हैं. हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में चीजें गलत न हों. सत्र समाप्त होने के बाद जब आप निर्वाचन क्षेत्रों में लौटें तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके क्षेत्र में कुछ भी न हो. इस दौरान एक विधायक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों को विश्वविद्यालयों के प्रमुख पदों से हटाने की मांग की.
बीजेपी समझौते को तैयार
अभी हाल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता आशीष सेलार ने कहा था कि अगर शिवसेना को अपने सहयोगी कांग्रेस व एनसीपी के साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम को लागू करने में समस्याओं का सामना करना पड़ा, तो वह महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ कोई भी राजनीतिक समझौता करने के लिए तैयार है. पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने कहा कि बीजेपी के लिए राष्ट्र हर चीज पर ऊपर है और सीएए को लागू करना देश और महाराष्ट्र के हितों के लिए अति आवश्यक है.
क्या कहा राउत ने?
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विपक्ष मंगलवार को राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगा. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर विपक्ष के नेता देश के हालात के बारे में जानकारी देंगे. विपक्ष के इस मार्च में शिवसेना शामिल नहीं होगी. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमें मार्च के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हम शामिल नहीं होंगे. महाराष्ट्र में नागरिकता कानून लागू करने के सवाल पर राउत ने कहा कि यह फैसला कैबिनेट बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे करेंगे.