महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. यह मुद्दा सोमवार को संसद में गूंजा. लोकसभा में कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में जो सियासी उठापटक चल रही है, उस पर नाराजगी जाहिर की. राहुल गांधी ने कहा कि मैं आज यहां सवाल पूछने आया था. लेकिन सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है. इसलिए मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है.
Congress leader Rahul Gandhi in Lok Sabha: I wanted to ask a question in the House but it doesn't make any sense to ask a question right now as democracy has been murdered in #Maharashtra. pic.twitter.com/eZUCONJfop
— ANI (@ANI) November 25, 2019
राहुल गांधी इसके बाद तुरंत बैठ गए. राहुल गांधी के बयान के बाद लोकसभा में भारी हंगामा होने लगा. वेल में नारेबाजी होने लगी. बैनर-पोस्टर भी लहराए गए. लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन कोई असर नहीं दिखा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विरोध कर रहे सदस्यों को सदन से बाहर निकालने का निर्देश दे दिया.
Opposition leaders raise slogan of 'Samvidhan ki hatya bandh karo, bandh karo' during Question Hour in Lok Sabha . pic.twitter.com/pImTd9ZkwT
— ANI (@ANI) November 25, 2019
इससे पहले ,कांग्रेस ने संसदीय रणनीति पर आयोजित सोमवार की अपनी बैठक में निर्णय लिया कि वह संसद के दोनों सदनों में महाराष्ट्र का मुद्दा उठाएगी. बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की. पार्टी ने अपने नेताओं से यह मुद्दा मजबूती से उठाने के लिए कहा था. महाराष्ट्र में पार्टी का कोई विधायक अभी तक बागी नहीं हुआ है, जिसके कारण प्रबंधन संतुष्ट है.
बहरहाल, महाराष्ट्र का राजनीतिक ड्रामा अभी तक जारी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने विधायक हयात होटल भेज दिए हैं और पार्टी ने अपने दोनों विधायकों-दौलत दरोडा और अनिल पाटील को गुरुग्राम से वापस लाने का दावा किया है. दोनों विधायक रविवार रात मुंबई वापस पहुंच गए. महाविकास अगाड़ी की सभी तीन पार्टियां शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एकता बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं.