महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. इसके चलते लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि लगातार हो रही बारिश और जलाशयों के पानी छोड़े जाने के कारण महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ जैसे हालात हैं. दोनों राज्यों में प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना भी मदद कर रही है.
महाराष्ट्र और कर्नाटक में लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाके से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. कर्नाटक के बेलगाम, बागलकोट व रायचूर जिले और महाराष्ट्र के रायगढ़, कोल्हापुर और सांगली जिले में रेस्क्यू ऑपरेशन में करीब एक हजार सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया है.
Defence PRO: As on 7 August,a total of 16 Columns&12 Engineer Task Forces comprising of almost 1000 Army personnel have been employed in Belgaum, Bagalkot& Raichur districts of Karnataka and Raigad, Kohlapur and Sangli districts of Maharashtra to carryout flood relief operations. https://t.co/qAq1lO510k
— ANI (@ANI) August 7, 2019
वहीं, बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बाढ़ और बारिश को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के 204 गांव और 11 हजार परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, नौसेना और वायु सेना की मदद ली जा रही है.
फडणवीस ने बताया कि सूबे के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 22 एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई हैं. कुछ टीम अभी तक मौके पर नहीं पहुंच पाई हैं. राज्य सरकार ने डोर्नियर एयरक्राफ्ट की मांग की है, जिससे आसानी से टीम को एयरलिफ्ट किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि MI-17 चॉपर से कुछ टीमों को एयरलिफ्ट किया गया है. बाढ़ और बारिश के चलते मिराज और कोलहापुर की रेलवे सर्विस रोकी गई है. महाराष्ट्र सरकार ने गुजरात और ओडिशा से भी राहत और बचाव कार्य के लिए स्पेशल टीम की मांग की है.