महाराष्ट्र के सियासी विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जस्टिस पी. बी. सावंत ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद राज्यपाल ने सबकुछ जटिल बना दिया. महाराष्ट्र में राज्यपाल ने जो किया, वो असंवैधानिक है.
जस्टिस सावंत ने कहा कि 22 नवंबर की रात और 23 नवंबर की सुबह जो कुछ हुआ, वो बेहद निंदनीय है. पुणे स्थित अपने आवास पर आजतक से विशेष बातचीत में जस्टिस सावंत ने कहा कि भारत एक संसदीय लोकतंत्र है, जिसका मतलब यह होता है कि विधानसभा की सभी कार्यवाहियों की जिम्मेदारी सदन अध्यक्ष की होती है.
जस्टिस सावंत ने कहा कि राज्यपाल को सबसे पहले विधानसभा का गठन करना चाहिए और फिर विधायकों को शपथ दिलानी चाहिए. इसके बाद विधायक विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करते, ताकि विधानसभा का कामकाज सुचारु रूप से चलाया जा सके.
इसके बाद राज्यपाल को सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए, लेकिन महाराष्ट्र में बिना विधानसभा का गठन किए ही राज्यपाल ने देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने के लिए बुला लिया.