महाराष्ट्र की सियासत में शनिवार को हुई उलटफेर के बाद रविवार को सबकी नजर सुप्रीम कोर्ट पर टिकी है. महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान पर रविवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने राज्यपाल के उस फैसले को चुनौती दी है जिसमें उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने का न्योता दिया था. सुप्रीम कोर्ट में रविवार सुबह 11.30 बजे से 3 जजों की बेंच इस मामले पर सुनवाई करेगी. कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में विपक्ष की तरफ से बहस करेंगे तो वहीं बीजेपी की ओर से मुकुल रोहतगी दलीलें रखेंगे.
Senior advocate Mukul Rohatgi to appear for #Maharashtra BJP in Supreme Court today. SC will be hearing today at 11.30 am the joint plea of Shiv Sena, NCP & Indian National Congress against the decision of Maharashtra Governor inviting Devendra Fadnavis to form govt yesterday. pic.twitter.com/pMLJG2ttH2
— ANI (@ANI) November 24, 2019
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शनिवार शाम सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं और नई सरकार को 24 घंटे के भीतर बहुमत साबित करने का निर्देश देने की अपील की थी. बीजेपी से नाता तोड़ चुकी पार्टी ने इस मामले में शीर्ष अदालत से याचिका पर सुनवाई करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि खरीद-फरोख्त रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह 24 घंटों के भीतर बहुमत साबित करे. याचिका स्वीकार कर ली गई है और सुनवाई के लिए रविवार को सुबह 11.30 बजे का समय तय किया है.
बता दें, तीन जजों की पीठ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करेगी. जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच सुनवाई करेगी. जस्टिस अशोक भूषण 2018 कर्नाटक मामले में रात भर हुई सुनवाई में शामिल थे. वहीं जस्टिस रमना और जस्टिस संजीव खन्ना उस बेंच में थे जिसने हाल ही में कर्नाटक में बागी विधायकों की अयोग्यता पर फैसला दिया था.