प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर लोकसभा में एक बार फिर हंगामा खड़ा हो गया. मोदी ने लोकसभा में मनरेगा योजना के बारे में जो टिप्पणी की, वह विपक्ष को नागवार गुजरा. लोकसभा में मोदी की दहाड़, 'मुझमें राजनीतिक सूझबूझ है'
दरअसल, नरेंद्र मोदी ने सदन में कहा कि केंद्र सरकार मनरेगा बंद करने की गलती कभी नहीं करेगी. मोदी ने कहा कि लोग इस योजना के तहत कुदाल चलाते जाएंगे और इससे कांग्रेस की 60 साल की नाकामी उजागर होती जाएगी. उन्होंने कहा कि मनरेगा कांग्रेस की 'विफलता का स्मारक' है. मोदी के भाषण के बाद विपक्ष ने इस पर हो-हल्ला मचाना शुरू कर दिया.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मनरेगा जैसी योजना का मजाक उड़ाकर गरीबों का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि इससे केंद्र सरकार की मानसिकता झलकती है. हालांकि लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नियम का हवाला देकर खड़गे को भाषण देने से रोक दिया. उन्होंने कहा कि खड़गे सवाल कर सकते हैं, भाषण नहीं दे सकते.
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने PM मोदी से सवाल किया कि क्या किसानों के हितों को ध्यान में रखकर वे पूरे देश के किसानों के कर्ज को माफ करेंगे? मुलायम ने कहा कि अगर मोदी को किसानों की चिंता है, तो उन्हें ठोस कदम उठाना चाहिए.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर लोकसभा में बोल रहे थे. इसी के बाद विपक्ष ने उनके भाषण पर सवाल उठाए.