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NRC पर ममता बनर्जी बोलीं- मेरे माता-पिता भी नहीं साबित कर पाते नागरिकता

असम देश में एकमात्र ऐसा राज्य है जहां एनआरसी जारी किया गया है, जिसमें पूर्वोत्तर राज्य के कुल 3.29 करोड़ आवेदकों में से 2.89 करोड़ लोगों के नाम हैं. जबकि करीब 40 लाख लोग अवैध पाए गए हैं.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो, Getty)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो, Getty)

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी NRC के मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. पहले उन्होंने इसको लेकर गृहयुद्ध की आशंका वाला बयान दिया और अब उन्होंने कहा है कि अगर मेरे माता-पिता को भी अपनी नागरिकता प्रूफ करनी होती तो शायद वो भी नहीं कर पाते. ममता ने कहा कि मेरे माता-पिता साधारण किसान थे.

आपको बता दें कि ममता बनर्जी इस समय नई दिल्ली के दौरे पर हैं. वह विपक्ष के नेताओं के अलावा कई बड़े लोगों से मिल रही हैं. विपक्ष में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर ममता ने कहा कि अभी हमारा लक्ष्य बीजेपी को हराना है उसके बाद इस पर विचार किया जा सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी मीडिया को कंट्रोल करती है, न्यायपालिका भी बीजेपी कंट्रोल कर रही है. उन्होंने कहा कि आजतक उन्होंने ऐसी सरकार नहीं देखी है.

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कांग्रेस ने झाड़ा ममता के बयान से पल्ला

NRC मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर बवाल मच गया है. ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा था कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो देश में गृहयुद्ध की स्थिति हो सकती है. अब सूत्रों की मानें तो ममता के इस बयान से कांग्रेस खासी नाराज दिख रही है.

गृहयुद्ध वाले बयान पर हुआ बवाल

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) में करीब 40 लाख लोगों के नाम न होने को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि इससे देश में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो जाएगी. 

इसके अलावा ममता ने इस मुद्दे को एक वैश्विक मुद्दा बताया है. उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया. ममता ने कहा, 'हम ऐसा नहीं होने देंगे. बीजेपी लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इससे देश में गृहयुद्ध की स्थिति बन जाएगी, खूनखराबा होगा.

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