बीजेपी से बौखलाई ममता बनर्जी आज भाषण के दौरान मर्यादा भूल गईं. ममता ने बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह को मंच से ही गाली दे दी. हालांकि, थोड़ी ही देर बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास हो गया और उन्होंने कहा कि वो अपने शब्द वापस लेती हैं. ममता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राज्यपाल के पदों पर आरएसएस और वीएचपी से जुड़े लोगों की ही नियुक्ति कर ही है.
सारदा घोटाला के सिलसिले में अपनी पार्टी के एक सांसद की गिरफ्तारी के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला. ममता ने केंद्र सरकार पर उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ बदला लेने का आरोप लगाया. उन्होंने केंद्र को राष्ट्रपति शासन लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी. ममता बनर्जी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर सीधा हमला बोला. उन्होंने सवाल किया, 'कौन चला रहा है केंद्र सरकार, मोदी या अमित शाह?
ममता ने पार्टी की एक बैठक में कहा, 'उन्हें मुझे जेल भेजने दीजिए, मैं इसे देखूंगी. मैं देखूंगी कि वहां कितनी बड़ी जेल है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, 'अगर हम पर हमला होता है, तो हम भी जवाब देंगे. हम सभी चुनौतियों को स्वीकार करते हैं.' उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बीजेपी से नहीं डरें और भगवा पार्टी की साजिशों के खिलाफ एकजुट हों. बैठक में पार्टी के सांसद, विधायक और मंत्री भी शामिल हुए.
सीएम ने केंद्र को चुनौती देते हुए कहा, 'मैं उन्हें राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती देती हूं. हम बैलट के जरिए उसका जवाब देंगे. हम सत्ता के गुलाम नहीं हैं. हम सिर्फ लोगों के लिए काम करते हैं. हम अपने खिलाफ चुनिंदा तरीके से प्रतिशोध के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. वे विरोध की सभी आवाजों को शांत करा देना चाहते हैं. वे मुझसे भयभीत हैं, इसलिए वे साजिश में लगे हैं.' मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'देश की बागडोर संभाल रहे व्यक्ति ने कार्यभार संभालने के बाद पिछले छह महीनों के दौरान भारत में कितना समय बिताया है? ऐसा लगता है कि उनका पता अब विदेश में है.'
मोदी पर हमला जारी रखते हुए ममता ने कहा, 'उन्होंने एक योजना का नाम स्वच्छ भारत रखा है. पहले उन लोगों को एक 'स्वच्छ आदमी' खोजना चाहिए.' उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उनकी पार्टी तुच्छ राजनीति में नहीं पड़ेगी और विकास के एजेंडा पर लोगों के लिए काम करती रहेगी.