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‘कट्टरता’ पर ममता बनर्जी का वार- ओवैसी जैसे नेताओं पर भरोसा ना करें अल्पसंख्यक

बंगाल के कूचबिहार में एक कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने यहां ‘अल्पसंख्यक कट्टरता’ को लेकर चेतावनी दी है. इसी के साथ उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से अपील की है कि उन्हें असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो: PTI)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो: PTI)

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  • ममता बनर्जी का असदुद्दीन ओवैसी पर वार
  • ‘ओवैसी जैसे नेताओं पर भरोसा ना करें लोग’
  • अल्पसंख्यक कट्टरता से बचने की अपील

विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. अक्सर भाजपा पर निशाना साधने वालीं TMC प्रमुख ने इस बार इशारों-इशारों में AIMIM को आड़े हाथों लिया है. बंगाल के कूचबिहार में एक कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने यहां ‘अल्पसंख्यक कट्टरता’ को लेकर चेतावनी दी है. इसी के साथ उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से अपील की है कि उन्हें असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगों पर भरोसा नहीं करना चाहिए.

असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ नेता लोगों में बंटवारा पैदा कर रहे हैं, उनकी एक पार्टी है जो इसको बढ़ावा दे रही है. ये लोग हैदराबाद से आते हैं और इस इलाके में रैलियां कर रहे हैं. ममता ने कहा कि इस तरह के लोग अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दावा करते हैं, लेकिन आप इनकी बातों में ना आएं.

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अल्पसंख्यक समुदाय से अपील करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मैं आपसे कहती हूं कि इन तरह की फोर्स के बहकावे में ना आएं. इसी के साथ उन्होंने कहा कि मैं हिंदू लोगों से भी अपील करती हूं कि वह हिंदू कट्टरपंथी ताकतों के भी बहकावे में ना आएं.

NRC को लेकर भी साधा निशाना

यहां कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कहा कि आज NRC के बदले सिटीजन बिल लाने की बात कही जा रही है, लोगों को बेवकूफ बनाने की ये एक नई चाल है. उन्होंने कहा कि जो इस देश के नागरिक हैं उन्हें अब विदेशी बना दिया जाएगा और अगर सरकार चली गई तो क्या होगा? उन्होंने कहा कि मैं सभी को विश्वास दिलाना चाहती हूं कि आप सभी बंगाल के नागरिक ही रहेंगे.

बता दें कि ममता बनर्जी का NRC के मुद्दे पर ये बयान तब आया है जिस वक्त संसद में केंद्र सरकार सिटीजन बिल को पेश कर सकती है. टीएमसी समेत कई पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं, जबकि बीजेपी इस मसले पर आक्रामक रुख अपना रही है.

पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन राजनीतिक दलों की तरफ से तैयारियां अभी से की जा रही हैं. लोकसभा चुनाव में जिस तरह बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की उसके बाद टीएमसी और भी चौकन्ना हो गई है.

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