अपने गुस्से के लिए मशहूर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर अपना आपा खो दिया. ममता बाइक पर सवार होकर बारासात में रेप की शिकार हुई लड़की के परिवार वालों से मिलने पहुंची और सीपीएम कार्यकर्ताओं को रेपिस्ट बताया.
बाइक पर बैठकर बलात्कार पीड़िता के घर गईं ममता बनर्जी...
लेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने जब ममता का विरोध किया तो ममता उनसे भिड़ गईं. बारासात जिले में एक स्टूडेंट से गैंगरेप और मर्डर की घटना पर विरोध-प्रदर्शनों पर ममता का पारा चढ़ गया. उन्होंने रेपिस्ट और प्रदर्शनकारियों दोनों को सीपीएम के कार्यकर्ता बताया. ममता करीब 10 दिन बाद पीड़ित लड़की के परिजनों से मिलने उनके घर गई थीं, जहां उनको भारी विरोध का सामना करना पड़ा.
कोलकाता से 25 किलोमीटर दूर बारासात में 20 साल की कॉलेज स्टूडेंट की करीब 10 दिन पहले गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. देर रात युवती का शव कीर्तिपुर इलाके में मिला था. घटना के विरोध में लोग लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे. सोमवार को करीब 10 दिन बाद ममता बनर्जी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए बारासात गईं.
सड़क खराब होने के कारण ममता बाइक में लिफ्ट लेकर बारासात पहुंचीं. इस दौरान उनके साथ पूर्व रेलमंत्री मुकुल रॉय भी थे. बारासात पहुंचने पर लोगों ने ममता के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. प्रदर्शनकारियों में काफी महिलाएं भी थीं. इस पर ममता का पारा चढ़ गया.
प्रदर्शनकारियों पर भड़कते हुए उन्होंने कहा, 'तुम्हें इस तरह चिल्लाना नहीं चाहिए. चुप रहो. मेरे साथ पॉलिटिकल गेम मत खेलो.' उन्होंने बाद में कहा, 'मुझे माफी क्यों मांगनी चाहिए? वे सीपीएम के कार्यकर्ता हैं. जो लोग पकड़े गए हैं वे भी सीपीएम के कार्यकर्ता हैं.'
विरोध-प्रदर्शनों के कारण ममता को पीड़ित परिवार से 5 मिनट में मुलाकात खत्म कर वहां से जाना पड़ा था.