पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने पुलवामा हमले के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. ममता ने कहा कि सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पिछले 5 साल में क्या कदम उठाए हैं अब जब चुनाव नजदीक हैं तो युद्ध की बातें कहीं जा रही हैं. ममता ने आरोप लगाया कि उनका फोन टैप किया गया है और वक्त आने पर वह इसके सबूत भी देंगी.
बीजेपी पर आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और RSS के लोग बाहर से आकर यहां रात को झंडे लेकर निकल रहे हैं और माहौल खराब करना चाहते हैं. हिन्दू और मुस्लिमों के बीच खाई पैदा करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि बंगाल एक शांति प्रिय राज्य है और यहां सभी धर्मों के लोग सद्भभावना के साथ रह रहे हैं. यह आज से नहीं है बल्कि हमारी संस्कृति का हिस्सा है.
जवानों को क्यों नहीं किया एयरलिफ्ट?
पुलवामा में CRPF के 40 जवानों की शहादत पर ममता ने कहा कि हमने इससे पहले सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कहा, सभी विपक्षी दल सरकार के साथ खड़े हैं. लेकिन खुफिला अलर्ट के बाद भी इतनी बड़ी तादाद में एक साथ जवानों को क्यों जाने दिया गया. उन्होंने सवाल उठाए कि अलर्ट पर क्या एक्शन लिया गया, जवानों को एयरलिफ्ट या ट्रेन से क्यों नहीं भेजा गया?
ममता ने कहा कि अमित शाह रोज भाषण दे रहे हैं जैसे वही एक देशप्रेमी हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल के कुछ इलाकों में दंगा भड़काने की कोशिश भी हुई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी नेता अब पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन की बात कह रहे हैं, हम भी चाहते हैं कि एक्शन हो लेकिन वो बाकी लोगों को पाकिस्तान प्रेमी कह रहे हैं, इसका क्या मतलब है. पाकिस्तान के खिलाफ बीजेपी ने 5 साल में क्या एक्शन लिया है, जब आज चुनाव आ गया तो उनको लग रहा है कि एक्शन होना चाहिए ताकि फिर से जवान शहीद न हों.
ममता ने कहा कि बीजेपी और RSS के भड़कावे में न आएं. उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता कि हमारे जवानों की हत्या किसने की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं है, हम आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं. देश की जनता भी देशभक्त है, लेकिन बीजेपी इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है जो कि पूरी तरह गलत है.