नीति आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देश के विकास में सहयोग देने की अपील की है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने ममता बनर्जी से कहा है हमने उनको बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया है और उम्मीद है कि वो मेरा निजी निमंत्रण स्वीकार करेंगी और बैठक में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी बैठक में आएं और हमे नीति आयोग को बेहतर बनाने के लिए विचार दें.
बता दें कि ममता बनर्जी ने 15 जून को होने वाली नीति आयोग की बैठक में आने से मना कर दिया है. ममता ने पीएम मोदी को पत्र लिख कहा कि जब नीति आयोग के पास कोई अधिकार ही नहीं हैं, तो बिना मतलब इस बैठक में आने का क्या फायदा.
वहीं रोजगार के आंकड़ों पर बोलते हुए राजीव कुमार ने कहा कि रोजगार विकास से जुड़ा है. हम स्थिति को उलटने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. सरकार आने वाले समय में विकास दर बढ़ाने के लिए कई कदम उठाएगी, रोजगार पर अलग से चर्चा नहीं की जा सकती है.
Rajiv Kumar, Vice-Chairman of the NITI Aayog: We have invited her (WB CM) with all due respect and I am still hoping very much that she will accept my personal invitation and attend the governing council meeting on 15th and give us ideas as to how to improve NITI Aayog further. pic.twitter.com/KB3UrLIgQI
— ANI (@ANI) June 8, 2019
ममता बनर्जी ने नीति आयोग के लेकर दागे सवाल
इससे पहले ममता बनर्जी ने तीन पेज की चिट्ठी लिख नीति आयोग को लेकर कई सवाल दागे. 15 जून को नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक होनी है, जिसमें केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, नीति आयोग के सदस्य और केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया है. नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की ये पहली बैठक है.
ममता बनर्जी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि मुझे इस बैठक के बारे में बताया गया है, लेकिन इसको लेकर मैं कुछ सवाल करना चाहूंगी. ममता ने कहा है कि जब योजना आयोग को खत्म कर नीति आयोग बनाया था, तब किसी भी मुख्यमंत्री से नहीं पूछा था.
बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब ममता बनर्जी पीएम मोदी के किसी बैठक या कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रही है. इससे पहले उन्होंने नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी आने से इनकार कर दिया था. पहले तो उन्होंने निमंत्रण को स्वीकार किया था, लेकिन जब सरकार की ओर से भारतीय जनता पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के परिवारजनों को न्योता दिया गया जिनकी मौत चुनाव के दौरान हुई थी तो ममता ने आने से इनकार कर दिया.