नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) में 40 लाख लोगों को अवैध नागरिक घोषित किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आक्रामक तेवर जारी है. ममता ने बुधवार को बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह आग से खेल रही हैं.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से लगाए गए आरोपों के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा, 'मुझे बीजेपी के आरोपों का कोई असर नहीं पड़ता. वह हर किसी पर आरोप लगाती रहती है. उसके हिंसात्मक रवैये से कोई खुश नहीं है.'
एनआरसी मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वे कोई बाहरी नहीं हैं. वे भारत के ही हैं. अगर उन्हें निकालते हैं तो एक्शन लेना पड़ेगा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनका कहना है कि वे बांग्लादेशी घुसपैठी हैं, यह निराशाजनक है.
ममता ने कहा, 'हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं. उन्हें इस तरह से बांग्लाभाषी लोगों को किनारे नहीं लगाना चाहिए. कभी भारत और पाकिस्तान एक थे. लेकिन बाद में कई हिस्सों में बंट गए.
उन्होंने कहा कि वे हर घुसपैठी को आतंकवादी नहीं कह सकते. वे इंसान हैं, वे पहले शरणार्थी थे. वे यहां आए और यहीं पर बस गए. अब अचानक उन्हें वोट की राजनीतिक के चक्कर में बाहर कर देना चाहते हैं. फायर ब्रांड नेता ममता ने कहा, 'बीजेपी आग से खेल रही है, इससे गृह युद्ध के हालात पैदा होंगे.
शांतिपूर्ण समाधान की चाहत
एक दिन पहले एनआरसी मुद्दे पर गृह युद्ध की बात कहकर सभी को चौंकाने वाली ममता ने बुधवार को इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए कहा, 'मैं गृह युद्ध या शीत युद्ध के बारे में नहीं कह रही. मैं कहना चाहती हूं कि एनआरसी मामले को बीजेपी हैंडल कर रही है, उसे इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेतृत्व करना चाहिए. मैं शांतिपूर्ण समाधान चाहती हूं.'
ममता ने इस मुद्दे को एक वैश्विक मुद्दा बताया. उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया. ममता ने कहा था, 'हम ऐसा नहीं होने देंगे. बीजेपी लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इससे देश में गृहयुद्ध की स्थिति बन जाएगी, खूनखराबा होगा.
PM का पद अहम नहीं
इससे पहले ममता ने कहा था कि अगर मेरे माता-पिता को भी अपनी नागरिकता प्रूफ करनी होती तो शायद वो भी नहीं कर पाते. उनके माता-पिता साधारण किसान थे.
प्रधानमंत्री मुद्दे पर ममता ने कहा कि आज की तारीख में यह पद महत्वपूर्ण नहीं है. केंद्र से बीजेपी को हराने के लिए सभी को एक होना पड़ेगा, यह सबसे जरूरी है. प्रधानमंत्री पद के चेहरे का फैसला बाद में भी किया जा सकता है.