दार्जिलिंग पहाड़ियों में सामान्य स्थिति बरकरार रखने के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश से लैस पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को अपना अनिश्चितकालीन बंद वापस लेने के लिए 72 घंटे की समयसीमा दी या फिर कार्रवाई का सामना करने को कहा.
बनर्जी ने कहा, ‘बस बहुत हो चुका. मैंने आठ दिनों से बर्दाश्त किया है. मैं बेहद सख्त हूं. मैं बंद को वापस लेने के लिए 72 घंटे का समय दे रही हूं. कठोर कार्रवाई का सामना करने के लिए मुझे मजबूर न करें.’
बंगाल के विभाजन से इनकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल का हिस्सा है. दार्जिलिंग मेरा हृदय है. जाति के आधार पर राज्य का बंटवारा नहीं हो सकता.’
जबरन बंद लागू कराने के कारण जीजेएम पहाड़ियों में अलोकप्रिय है. इसकी वजह से लोग उत्पीड़ित हो रहे हैं और वहां लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने दार्जिलिंग में सामान्य जनजीवन सुनिश्चित करने के लिए हाई कोर्ट के आदेश का हवाला दिया. उन्होंने कहा, ‘मेरा कुछ संवैधानिक दायित्व है. हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का बंद के संबंध में आदेश है.’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सरकार जीजेएम से बातचीत करेगी तो उन्होंने कहा, ‘अगर वे बंद वापस ले लेते हैं तो उन्हें बात करने में कोई परेशानी नहीं है. वे मुख्य सचिव और गृह सचिव से संपर्क कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने 25 बार दार्जिलिंग का दौरा किया है और फिर जाऊंगी.’
केंद्र पर हमला करते हुए उन्होंने कुछ ‘नेताओं’ का उल्लेख करते हुए कहा, ‘बांटों और राज करो का खेल नहीं खेलें. कृपया एक रहें और एकता के बारे में सोचें.’