पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल का एक बार फिर सियासी बवाल खड़ा कर दिया है. इस बार उनके निशाने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रहे.
ममता ने सोमवार को कहा था, 'प्रधानमंत्री से आर्थिक पैकेज के लिए दस बार मिल चुकी हूं, नहीं देते मदद तो क्या उन्हें पीटूं? पीट दूं तो लोग कहेंगे मुझे गुंडा.' ममता के इस बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने अपत्ती जताते हुए कहा कि पीएम के खिलाफ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल गलत है. सीपीएम नेता सलीम ने ममता के बयान पर कहा, ' ममता की जुबान बैंडिट क्वीन जैसी है.'
ममता ने केंद्र पर बरसते हुए कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कई बार भेंट कर उर्वरकों की कीमत में बढोतरी पर अपना एतराज जताया लेकिन उनकी बात को तवज्जो नहीं दी गयी. उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री से दस बार भेंट की. इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकती. हमें कुछ राह निकालना होगा. हमें उर्वरक फैक्टरी लगाने की जरूरत है और इसके लिए तीन चार साल और लगेंगे.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार खुदरा में एफडीआई और डीजल कीमत में इजाफे जैसी ‘जनविरोधी’ नीतियां अपना रही है. बनर्जी ने कहा, ‘हम खुदरा में एफडीआई और डीजल कीमतों में बढोतरी, रियायती रसोई गैस की संख्या सीमित किए जाने जैसी अन्य जनविरोधी नीतियों की अनुमति नहीं दे सकते.’