केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के गठन को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाया है और केंद्र सरकार इसे लेकर जारी गतिरोध दूर करने के लिए प्रयासरत है.
शिंदे ने दक्षिणी 24 परगना जिले के बक्खली में ममता से मुलाकात के बाद कहा, 'वह इसके लिए इच्छुक हैं, लेकिन अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री इसका विरोध कर रहे हैं. हमें उनके साथ भी बातचीत करनी होगी'.
उन्होंने कहा, 'ममता से हमने पहले भी एनसीटीसी पर चर्चा की थी. उन्होंने कुछ धाराओं पर चर्चा करने की इच्छा जताई थी.' पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर रविवार को यहां पहुंचे शिंदे ने ममता से सोमवार दोपहर मुलाकात की.
कुछ राज्यों की आपत्ति के बाद एनसीटीसी के गठन का प्रस्ताव रुक गया था. उनका कहना है कि यह उनके अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण करता है. ममता के साथ-साथ तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता तथा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसके कुछ प्रावधानों को लेकर आपत्ति जताई थी.
शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार तथा अन्य राज्यों को साथ मिलकर आतंकवाद से मुकाबला करना होगा. केंद्र सरकार इस मुद्दे पर राज्यों के साथ जारी गतिरोध दूर करने के लिए प्रयास कर रही है.
उन्होंने कहा, 'हमें साथ मिलकर आतंकवाद से मुकाबला करना होगा. हमें अपने क्षेत्र में आतंकवाद को किसी तरह की अनुमति नहीं देनी चाहिए. मुख्यमंत्रियों की भी यही राय है, लेकिन सभी मुख्यमंत्रियों का कहना है कि केंद्र सरकार को राज्यों के अधिकारों का अतिक्रमण नहीं करना चाहिए. हम समाधान तलाश करने की प्रक्रिया में हैं'.
शिंदे ने ममता से मुलाकात के दौरान समुद्री सुरक्षा पर भी चर्चा की. उन्होंने ममता को अपनी बहन की तरह बताया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बंगाल में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को भूमि आवंटन के मुद्दे पर हुई चर्चा बेहतर थी.
उन्होंने कहा, 'मैंने पहले भी पश्चिम बंगाल सरकार से बीएसएफ के लिए भूमि देने की अपील की थी. हमने सोमवार को भी इस बारे में चर्चा की. चर्चा बहुत अच्छी रही. मैं सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं'.