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ममता ने कहा, राज्यपाल ने मुझे धमकाया, इस्तीफा देने की सोच रही थी

ममता ने कहा कि मैं उन लोगों की निंदा करती हूं जो फेसबुक का इस्तेमाल कर दंगे फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. राज्यपाल मुझे धमका नहीं सकते. राज्यपाल नामित हुए हैं. वो जो मन में आए वो नहीं बोल सकते.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

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अपने आप में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने आज यहां तक कहा कि राज्यपाल ने जिस तरह से मुझे धमकाया, उसके बाद मैंने इस्तीफा देने तक का सोच लिया था.

ममता बनर्जी ने कहा कि मैं राज्यपाल की मदद से मुख्यमंत्री नहीं बनी हूं. जिस तरह से उन्होंने मुझसे बात की, वो लहजा नीचा दिखाने वाला था. ममता बनर्जी ने कहा कि गवर्नर ने उनके साथ बहुत ही अपमानजनक तरीके से बात की.

ममता ने कहा कि मैं उन लोगों की निंदा करती हूं जो फेसबुक का इस्तेमाल कर दंगे फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. राज्यपाल मुझे धमका नहीं सकते. राज्यपाल नामित हुए हैं. वो जो मन में आए वो नहीं बोल सकते.

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वहीं राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने अपनी सफाई में कहा कि मुख्यमंत्री से बातचीत में ऐसा कुछ नहीं कहा जो उन्हें धमकी लगे. उनसे सिर्फ शांति बहाल करने की बात की थी. आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री ने इस तरह की भाषा का प्रयोग किया, बातचीत कॉन्फिडेंशल थी और इसे सार्वजनिक नहीं करना था. राज्य के मामलों में राज्यपाल मूक नहीं हो सकता.

बताया जाता है कि राज्यपाल ने नॉर्थ 24 परगना के बादुरिया में दो संप्रदायों के बीच हुई हिंसा के बाद ममता बनर्जी को फोन किया था. इसी में कही गई कुछ बातें ममता को अच्छी नहीं लगीं.

ममता ने कहा कि राज्यपाल ने मुझे धमकाया और आपत्तिजनक बातें कहीं. वो बीजेपी के ब्लॉक अध्यक्ष की तरह बोलते हैं और हर बार एक पक्षीय बात ही करते हैं. मैंने उन्हें साफ कर दिया कि वो मुझसे इस तरह बात नहीं कर सकते. वो मुझे धमका नहीं सकते.

 

 

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