यूपीए की पूर्व सहयोगी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को यूएनएचआरसी में श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दों पर सरकार के किसी भी रूख का समर्थन कर सबको चौंका दिया.
ममता बनर्जी ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, ‘हमारी पार्टी तमिल भाईयों और बहनों के आंदोलन का समर्थन करती है. एक दूसरे मुल्क में तमिल जनसंख्या के एक वर्ग द्वारा सहे गये अत्याचार से हम बहुत चिंतित हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा से ही तमिल भाइयों के साथ हैं. हम उनकी चिंताओं का समर्थन करते हैं. यह स्थानीय भावना है. हम उनकी भावनाओं का भी समर्थन करते हैं.’
ममता ने कहा, ‘इसके साथ ही विदेशी मामलों या विदेश नीति पर हमारी पार्टी कभी हस्तक्षेप नहीं करती है फिर चाहे जो भी वह (भारत) देश के लिये उचित समझता हो. हम इस मुद्दे पर फैसला लेने का कार्य केंद्र सरकार पर छोड़ते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘केंद्र में एक सरकार जा सकती है और दूसरी आ सकती है लेकिन विदेश नीति देश के हित को देखकर बनाई जाती है.’ हालांकि ममता ने कहा कि कोई भी फैसला लेने से पहले राज्य और लोगों की चिंताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिये.